भोपाल ! मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय के तीसरे चरण में हुए चारों नगर निगमों के महापौर पद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवारों ने बाजी मार ली है। इस तरह राज्य के सभी 14 नगर निगमों में भाजपा का कब्जा हो गया है।
राज्य निर्वाचन आयोग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, चारों नगर निगमों भोपाल, इंदौर, जबलपुर, छिंदवाड़ा में महापौर के पद पर भाजपा ने बाजी मारी है। भोपाल में आलोक शर्मा ने 86 हजार, इंदौर में मालिनी गौड़ ने दो लाख 40 हजार, जबलपुर में स्वाती गोडवोल ने 84 हजार और छिंदवाड़ा में कांता सदारंग ने नौ हजार से अधिक के मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। छिंदवाड़ा कांगे्रस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्री मंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है। जहां पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। बुधवार को पहले डाक मतपत्रों की मतगणना हुई, इनमें भाजपा के महापौर के उम्मीदवारों को अन्य के मुकाबले ज्यादा वोट मिले। इसके बाद ईवीएम से गिनती शुरू हुई और भाजपा के उम्मीदवार लगातार बढ़त बनाते गए। राज्य में तीसरे चरण में 31 जनवरी को चार नगर निगम भोपाल, इंदौर, जबलपुर, छिंदवाड़ा और सात नगर पालिका व नगर परिषदों में मतदान हुआ था। नौ नगरीय निकाय में जहां जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान हुआ था, वहीं हरदा नगर पालिका परिषद तथा छनेरा नगर परिषद में अध्यक्ष को वापस बुलाने के लिए मतदान हुआ था। एक तरफ जहां भाजपा ने चारों नगर निगमों के महापौर पद पर जीत दर्ज की है, वहीं नगर परिषद के पांच में से तीन पर भाजपा के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार बढ़त रही। कांग्रेस को दो स्थानों पर बढ़त मिली। राज्य में पहले व दूसरे चरण में 10 नगर निगमों के चुनाव हुए थे, सभी में भाजपा के महापौर पद के उम्मीदवार जीते थे, वहीं तीसरे चरण के चुनाव में भी वैसे ही नतीजे रहे हैं। इस तरह राज्य के 14 नगर निगमों के महापौर पद पर भाजपा का कब्जा है।