भोपाल ! मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए फिर बुरी खबर है। दूसरी तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर से खुद को साबित किया है। भाजपा ने जबलपुर, छिंदवाड़ा, इंदौर और भोपाल चारों ही निकायों के मेयर पद पर शानदार जीत दर्ज की है। भाजपा के लिए सबसे बड़ी खुशी इंदौर से मिली। यहां से मेयर पद की प्रत्याशी मालिनी गौड़ ने कांग्रेस की अर्चना जायसवाल को 2 लाख 86 हजार 366 वोटों से भारी शिकस्त दी। मालिनी को कुल 6,58,538 वोट मिले जबकि अर्चना को कुल 3,72,172 वोट ही मिल पाए। इंदौर से पार्षदों की संख्या पर भी भाजपा ने शानदार कब्जा किया। इंदौर में इस बार भाजपा के 61, कांग्रेस के 17 और 7 निर्दलीय पार्षद जीत कर आए हैं।
छिंदवाड़ा नगर निगम चुनाव में कांता सदारंग पहली महापौर बनीं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना सूर्यवंशी 9578 वोटों से हराया। भाजपा में जोश और जश्न का माहौल है। मतगणना स्थल पर प्रत्याशियों के साथ-साथ समर्थकों की भारी भीड़ रही। भोपाल में भी जश्न का माहौल रहा। आलोक की जीत का जुलूस नतीजे के कुछ देर बाद ही निकलने लगा। बड़ी संख्या में समर्थक, कार्यकर्ता सड़कों पर जुट गए। इंदौर में मालिनी और जबलपुर में स्वाति की जीत का जश्न भी परिणाम के कुछ ही देर बाद शुरू हो गया। मध्य प्रदेश भाजपा चीफ नंदकुमार सिंह चौहान ने नगर निकाय चुनाव में पार्टी के शानदार प्रदर्शन का सेहरा प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सिर बांधा है। तीसरे चरण में 31 जनवरी को चार नगर पालिका निगम भोपाल, इंदौर, जबलपुर, छिंदवाड़ा और सात नगर पालिका, नगर परिषदों में मतदान हुआ था।
नौ नगर निकाय में जहां जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान हुआ था, वहीं पालिका परिषद हरदा और नगर परिषद छनेरा में अध्यक्ष को वापस बुलाने के लिए मतदान हुआ था।