उज्जैन। एमपी के उज्जैन में तीन दिन के अंदर दो भाइयों ने एक ही जगह और एक ही तरीके से आत्महत्या कर ली। बड़े भाई प्रवीण चौहान ने शिप्रा पर बने पुल से नदी में छलांग लगाकर अपनी जान दी थी। सोमवार को छोटे भाई पीयूष चौहान ने भी शिप्रा में कूदकर सुसाइड कर लिया। दो भाइयों की आत्महत्या में केवल इतनी ही समानता ही नहीं है, बल्कि दोनों मौतों का एक कुंडली कनेक्शन भी सामने आया है।
दरअसल, बड़े भाई प्रवीण चौहान ने मरने से पहले अपनी कुंडली बनाई थी। कुंडली में हर परिस्थिति में आत्महत्या का योग बताया था। प्रवीण ने कुंडली में लिखा कि जातक कितना भी प्रयास कर ले, ग्रहों की दशा को देखते हुए आत्महत्या का योग निश्चित है। अब क्या बचा है-नथिंग। अध्याय समाप्त।
कुंडली बनाने के बाद प्रवीण ने शिप्रा के पुल से छलांग लगा दी थी। हालांकि, प्रवीण ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था जिसमें कर्ज और बीमारी से परेशान होने की चर्चा थी। नोट में उन्होंने परिवार से श्राद्धकर्म नहीं करने का अनुरोध भी किया था।
प्रवीण की मौत के 3 दिन बाद छोटे भाई पीयूष ने भी शिप्रा में कूदकर जान दे दी। पीयूष ने नृसिंह घाट पर पुल से उसी जगह छलांग लगाई, जहां से बड़ा भाई नदी में कूदे थे। पीयूष अपने भाई की तस्वीर पर माला चढ़ाने के लिए फूल लाने का कहकर घर से निकले थे। दोनों भाइयों की मौत के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस मामले में आत्महत्या के अलावा कर्ज और सूदखोरी फैक्टर की भी जांच कर रही है। प्रवीण ने अपनी सुसाइड नोट में कर्ज चुकाने के बाद भी भारी-भरकम ब्याज अदा करने की बात लिखी थी।