नई दिल्ली. तमिलनाडु की राजनीति में कांग्रेस को झटका देने वाला बदलाव हुआ है. मशहूर स्टार और नेता खुशबू सुंदर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. खुशबू सुंदर ने अब भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है. दिल्ली में बीजेपी हेडक्वार्टर में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली. एक दशक के राजनीतिक करियर में खुशबू सुंदर का ये तीसरा सियासी ठिकाना है.

खुशबू सुंदर की पहचान साउथ की एक मशहूर अभिनेत्री और प्रोड्यूसर के तौर पर होती है. उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है. खुशबू सुंदर टीवी प्रीजेंटर भी रही हैं. अभिनय में तमाम मुकाम हासिल करने के बाद 2010 में खुशबू सुंदर ने राजनीति में कदम रखा था.

खुशबू सुंदर ने सबसे पहले डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) ज्वाइन की थी. उस वक्त डीएमके की कमान एम. करुणानिधि के हाथों में थी. उन्हीं की लीडरशिप में खुशबू ने अपनी राजनीति का आगाज किया था.  इसके बाद 2014 में खुशबू सुंदर ने कांग्रेस ज्वाइन की. कांग्रेस नेता के बतौर वो मुखरता से अपनी बात रखती रही हैं, टीवी डिबेट्स में बड़े मसलों पर पार्टी का बचाव करती रही हैं.
करुणानिधि के साथ खुशबू सुंदर (फाइल फोटो)

अब जबकि तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं तो खुशबू सुंदर ने पाला बदल लिया है. राज्य में मई 2021 में चुनाव होने हैं. जयललिता के निधन के बाद एआईएडीएमके बंट चुकी है. जबकि दूसरी तरफ डीएमके और कांग्रेस है. बीजेपी यहां सियासी जमीन तलाशने की पूरी कोशिश में जुटी है. खुशबू सुंदर इस प्रयास को आगे बढ़ाने में एक अहम कड़ी साबित हो सकती हैं क्योंकि वो एक बड़ा चेहरा हैं और तमिलनाडु में चेहरों की राजनीति का बोलबाला रहा है.

एमजीआर से लेकर करुणानिधि और जयललिता तक कई कलाकारों ने तमिलनाडु पर शासन किया है. अब कमल हासन जैसे मशहूर अभिनेता भी राजनीति में आ गए हैं. खुशबू सुंदर की भी अपनी लोकप्रियता है. वो एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिनके फैंस ने उनके लिए मंदिर निर्माण तक करवाया है.

खुशबू सुंदर ने बॉलीवुड में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर एक्टिंग की शुरुआत की थी. इसके बाद साउथ फिल्म इंडस्ट्री में उनका सिक्का चला. तमिल, मलयालम, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में उन्होंने खूब नाम कमाया. रजनीकांत, कमल हासन, नागार्जुन और वेंटकेश जैसे स्टार्स के साथ काम किया.

खुशबू सुंदर एक प्रोड्यूसर के साथ कई सालों तक टीवी होस्ट भी रही हैं. उनका रिएलिटी गेम शो काफी पॉपुलर रहा है. खुशबू के नाम पर कई चीजें भी बाजार में बिकती हैं, जैसे खुशबू इडली, खुशबू ज्वैलरी और साड़ी.

देखना है कि खुशबू सुंदर की इस लोकप्रियता का बीजेपी को कितना फायदा मिल पाता है. बता दें कि तमिलनाडु में बीजेपी राजनीतिक तौर पर काफी ज्यादा कमजोर है और पार्टी ऐसे राज्यों में बहुत मेहनत कर रही है जहां उनकी स्वीकार्यता नहीं है.

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