इंदौर। इंदौर में अवैध मादक पदार्थ ‘म्याऊं-म्याऊं’ ड्रग्स (MDMA) के साथ एक तस्कर को क्राईम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपी से 19 ग्राम MDMA नशीली ड्रग्स बरामद की गई है। यह मादक पदार्थ एक्सटेसी और मेफेड्रोन के नाम से भी जानी जाती है जो उत्तेजना व मतिभ्रम के रूप में कार्य करती है।
आरोपी का नाम अनिल पुरी पिता नारायण पुरी जाति गोस्वामी निवासी वार्ड नम्बर 06 जाट बाड़ी सारंगपुर राजगढ़ हाल ग्राम बरदरी हनुमान मंदिर के पास पीथमपुर जिला धार है।
मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति MDMA नामक ड्रग्स सप्लाय करने हेतु निकला है। इस पर क्राईम ब्रांच की टीम ने थाना विजयनगर पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये मंगलसिटी के पीछे मुखबिर से कार क्रमांक MP 09 CT 5471 को रोका जिसमें आरोपी अनिल पुरी सवार था। तलाशी लेने पर उसके पास से 19 ग्राम अवैध मादक पदार्थ MDMA ड्रग्स बरामद हुई। इसके अलावा आरोपी के कब्जे से एक रेडमी कंपनी का मोबाईल फोन, उसका अधार कार्ड व 1000 रूपये नगदी बरामद हुई।
कार की तलाशी लेने पर उसमें से सागर तथा धर्मेन्द्र नामक व्यक्ति के आाधार कार्ड व कार का रजिस्ट्रेशन कार्ड बरामद हुये उपरोक्त कार धर्मेन्द्र जैन नामक व्यक्ति के नाम से आरटीओ में पंजीकृत है। आरोपी ने आरंभिक पूछताछ में बताया कि वह ड्रग्स का स्प्लायर है जोकि नशा करने के आदी लोगों को 05 से 07 हजार रूपये प्रति ग्राम के हिसाब से पुड़िया बनाकर बेचता था।
आरोपी ने उपरोक्त ड्रग्स सागर जैन तथा धर्मेन्द्र जैन नामक व्यक्तियों के कहे अनुसार सप्लाय करना बताया जिन्हें प्रकरण में आरोपी बनाया गया है तथा उनकी तलाश की जा रही है। ज्ञातव्य है कि यह सागर जैन व धर्मेन्द्र जैन थाना विजयनगर में बांगलादेशी महिलाओं से संबंधित मानव दुर्व्यापार के मामले में भी फरार चल रहे हैं।
पुलिस विज्ञप्ति के मुताबिक MDMA synthetic ड्रग्स है जोकि उत्तेजना व मतिभ्रम के रूप में कार्य करती है। यह एक्सटेसी के नाम से भी जानी जाती है मेफेड्रोन को आमतौर पर ‘म्याऊं-म्याऊं’ के नाम से भी जाना जाता है।
नशा करने वालों के बीच इसके कई कोड नेम हैं। इसे लेने के बाद दिमाग में नशा चढ़ता है मदहोशी छा जाती है। ज्यादा मात्रा में एक साथ लेने पर यह जान के लिए खतरा बन सकती है। इसका नाइजीरिया और अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा उत्पादन होता है। माफिया इस ड्रग का सबसे ज्यादा नशा करते हैं।