मुरैना। आगामी विधानसभा उप चुनाव 2020 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिये मध्यप्रदेश के मुरैना, भिण्ड, उत्तरप्रदेश के आगरा, इटावा,जालौन और राजस्थान के भरतपुर, करौली, सवाई माधौपुर और धौलपुर जिले से लगे सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश और राजस्थान के बॉर्डर मतदान के दिन सील किये जायेंगे। उत्तरप्रदेश एवं राजस्थान राज्यों की सीमाओं पर पुलिस चैकियां स्थापित करके 24 घण्टे पुलिस की संयुक्त पैट्रोलिंग कराई जायेगी। सीमावर्ती जिलों के प्रवेश मार्ग पर सीसीटीव्ही. कैमरें स्थापित किये जायेगे। जिन तिथियों में मतदान होगा, उन दोनो राज्य के सीमावर्ती जिला आगरा, धौलपुर, इटावा, में चम्बल, पावर्ती नदी सहित अन्य नदियों में नावों का संचालन प्रतिबंधित रहेगा। जहां नावों द्वारा आवागमन होता है वहां सर्चिंग सख्ती से की जायेगी। चुनाव के दो दिन पूर्व आगरा, धोलुपर सहित मुरैना, भिण्ड में शुष्क दिवस घोषित किया जायेगा।

यह निर्णय शनिवार को चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत चंबल भवन के सभाकक्ष में चम्बल संभाग के कमिश्नर आरके मिश्रा की अध्यक्षता में विधानसभा उप निर्वाचन 2020 हेतु अन्तर्राज्यीय सीमा समन्वय की बैठक में लिया गया। बैठक में अतिरिक्त चंबल कमिश्नर अशोक कुमार चैहान, कलेक्टर मुरैना अनुराग वर्मा, पुलिस अधीक्षक मुरैना अनुराग सुजानिया, भिण्ड कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत, भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, अतिरिक्त कमिश्नर आगरा साहब सिंह, अतिरिक्त कमिश्नर भरतपुर सौकत अली, डीएफ भिण्ड, डीएफ मुरैना अमित निकम, पुलिस अधीक्षक आगरा ईस्ट प्रमोद कुमार, अपर कलेक्टर उमेश शुक्ला, सभी रिटर्निंग आॅफीसर सहित चुनाव से जुड़े अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

चम्बल कमिश्नर मिश्रा ने कहा कि सीमावर्ती राज्यों के जिले के ऐसे ग्रामों से जहां से नदी अथवा अन्य रास्ते माध्यम से आवागमन होता है वहां पर तीन दिन पहले फलड लाइट लगाई जाये, जिसमें आवागमन पर निगरानी रखी जा सके, साथ ही मध्यप्रदेश में मतदान के दो दिन पूर्व से राजस्थान, उत्तप्रदेश की ओर तथा राजस्थान में मतदान के दो दिन पूर्व से मध्यप्रदेश की ओर से पुलिस अधीक्षक पेट्रोलिंग करायें। उन्होनें तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिले के वारन्टियों, अपराधियों की सूची एक दूसरे जिले के पुलिस अधिकारियों को प्रदाय कर अपराधियों को पकड़वाने में एक दूसरे का सहयोग करने का आग्रह किया।

चंबल कमिश्नर मिश्रा ने कहा कि हमे अपने कमनीकेशन प्लान को और अधिक मजबूत करना होगा। उन्होनें कहा कि बढ़ते सोशल मीडिया को दृष्टिगत रखते हुए सूचना तंत्र को प्रभावी करना होगा। इसे बेहतर टेक्नोलॉजी लेकर वाटसेफ ग्रुप तैयार करना होगें। पे्रस काॅन्फ्रेस अधिकृत व्यक्ति द्वारा ही ली जाये।

आगरा संभाग के एडीशनल कमिश्नर साहब सिंह ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के प्रबंध किये जायेंगे। चम्बल किनारे बीहड़ वाले क्षेत्रों में भी लगातार पेट्रोलिंग की जायेगी। सीमावर्ती जिलों के एडीशनल एसपी पुलिस अधीक्षकों अथवा डीएसपी स्तर के अधिकारियों से आपसी समन्वय बना रहे इसके प्रयास किये जायेगें।

कलेक्टर मुरैना अनुराग वर्मा ने बताया कि जिले की सीमा राजस्थान के जिला करोली एवं धौलपुर तथा उत्तरप्रदेश के जिला आगरा से लगती है। सीमावर्ती राज्यों की सीमा से लगने वाले मतदान केन्द्रों को चिन्हित किया गया है।

जहां पर उत्तरप्रदेश, राजस्थान की सीमा से लगे नाकों पर संयुक्त रूप से बैरियर लगाकर चैकिंग की जाना तथा उ0प्र0, राजस्थान की सीमा से लगे पोलिंग बूथ एवं गांवों में संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग कराई जायेगी। साथ ही सीमावर्ती राज्य उ0प्र0, राजस्थान के अधिकारियों से समन्वय स्थापित किये जाने हेतु व्हाटसएप गु्रप भी तैयार कराया जा रहा है। सीमावर्ती राज्यों के बीच स्थापित चैकियों पर मतदान से 8-10 दिन पूर्व से अधिक फोर्स लगाये जाने एवं आवश्यकतानुसार और अस्थाई पुलिस चैकियां कायम करने की योजना है। चुनाव के दौरान सीमावर्ती जिलों से अवांछित तत्वों का आवागमन, शराब, नगदी विस्फोटक सामग्री इत्यादि की रोकथाम के लिये सीमाओं से 7 दिवस पूर्व सील किये जाने की योजना है। सीमावर्ती जिलों के एसे स्थल जहां नदी से आवागमन हेतु नावों, स्टीमरों का उपयोग होता है, मतदान से 15 दिवस पूर्व से ही सामान्य तौर पर निगरानी, विशेष चैकिंग किये जाने तथा मतदान से 18 घण्टे पूर्व सीमावर्ती आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जायेगा।

मुरैना जिले के ग्राम गुढ़ाचंबल, थाना देवगढ़ से जिला धौलपुर के पुलिस थाना बसईडांग के रास्ता से व्यक्तियों के आवागमन पर निगरानी रखने के लिये उक्त मार्गो पर चुनाव के दौरान अस्थाई पुलिस चैकी कायम किये जाने की योजना है, जिसमें आवागमन करने वालों का विधिवत रिकाॅर्ड संधारण, निगरानी के लिये बाॅर्डर एरिया पर सीसीटीव्ही कैमरे एवं वीडियोग्राफी का उपयोग, मतदान दिवस के दिन नदी घाटों पर प्रायवेट नावों का संचालन बंद रखने, क्राॅस बाॅर्डर एरिया में गांवों के सीमावर्ती जिले के एस.डी.एम., तहसील स्तर के अधिकारी संयुक्त बैठकें कर लेने, मोबाइल फोन एवं वायरलेस कनेेक्टिविटी चैक करने, गांव स्तर पर पैट्राॅलिंग व्यवस्था होने, चंबल नदी की जलीय सीमाओं में भी नाव के माध्यम से पैट्राॅलिंग की जाने, मतदान के 2 दिवस पूर्व से सघन चैकिंग अभियान चलाकर बाहरी लोंगो के प्रवेश पर रोक लगाये जाने, वाहनों की चैकिंग कर मोटरयान अधिनिम के अन्तर्गत अधिक से अधिक कार्रवाही करने, शराब के अवैध क्रय विक्रय पर कड़ी निगरानी रखने की कार्रवाही की जायेगी।

पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने बताया कि मुरैना में इनामी फरारी 560 अपराधी है, जो सरहदी धौलपुर, करौली, आगरा, श्योपुर, भिण्ड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी और गुना में है। स्थाई वारंटी 812 है। उन्होंने बताया कि पुलिस कंट्राॅल रूम के माध्यम से एवं सीमावर्ती थानों के माध्यम से सक्रिय अपराधियों के संबंध में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाना सुनिश्चित किया है।

सीमावर्ती जिलों में अवांछित तत्वों का आवागमन शराब नगरी विस्फोटक इत्यादि की रोकथाम के लिये जिले के 74 पुलिस चैकियां जो धौलपुर, आगरा, करौली, सवाई माधौपुर, इटावा से लगी है, पर निर्वाचन के 7 दिवस पूर्व सील किये जाने की योजना है।

बेठक के अंत में चंबल कमिश्नर मिश्रा ने कहा कि दस्यु प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस का मूवमेन्ट अधिकतम रखा जाये तथा इन क्षेत्रों में कड़ी नजर रखी जाये। उप निर्वाचन को ध्यान में रखते हुये शस्त्र चलने पर सख्त पाबंदी रखी जाये।

नियत अवधि के पश्चात् शस्त्र जमा न कराने वाले शस्त्र लायसेन्सधारियों के शस्त्रों के निरस्त करने की कार्रवाही त्वरित गति से की जाये। मौके पर अन्य उत्तरप्रदेश, राजस्थान से आये अधिकारियों ने उप चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शान्तिपूर्ण संपन्न कराने के लिये पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।

बैठक में भिण्ड कलेक्टर वीरेन्द्र सिंह रावत और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने उप चुनाव की तैयारियों से अवगत कराते हुये सुरक्षा व्यवस्था के लिये तैनात अधिकारियों की जानकारी दी।

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