भोपाल। मुरैना और श्योपुर के तत्कालीन कलेक्टरों ने चुनाव के दौरान रखे गए अस्थाई कर्मचारियों की अवैध नियुक्तियां कर दी। महानियंत्रक लेखा परीक्षक की आपत्ति के बाद राजस्व विभाग ने कलेक्टरों को नियुक्तियां निरस्त करने को कहा है साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में कलेक्टरों से पूछा गया है कि उनके यहां इस तरह की नियुक्तियां की गई हो तो तत्काल उन्हें निरस्त करे। मुरैना में कलेक्टर रहे विनोद शर्मा और श्योपुर में कलेक्टर रहे पीएल सोलंकी के कार्यकाल में चुनाव कार्य के लिए अस्थायी रूप से तैनात किए गए बीस कर्मचारियों को इन कलेक्टरों ने रिक्त पदों के विरुद्ध सहायक ग्रेड तीन और भृत्य के पद पर नियुक्तियां दे दी। ये नियुक्तियां नियुक्ति आदेशों में संबंधित भर्ती नियमों का उल्लेख किए बिना तथा तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति के संबंध में मध्यप्रदेश कनिष्ठ सेवा परीक्षा नियम और सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार निर्धारित उपयुक्त नियमित भर्ती प्रक्रिया का पालन किए बिना की गई। कलेक्टरों ने ये नियुक्तियां अवैध तथा निर्धारित भर्ती नियमों का उल्लंघन करते हुए की थी जिसके चलते वर्ष 2016 से 2018 के बीच इनके वेतन भत्तों पर 76 लाख लाख 12 हजार रुपए का अनियमित भुगतान कर दिया। महानियंत्रक ने इसे अवैध मानते हुए राजस्व विभाग से जवाब मांगा। राजस्व विभाग ने भी इन्हें अवैध मानते हुए कलेक्टरों को ये नियुक्तियां निरस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही महानियंत्रक के निर्देश पर प्रदेश के सभी कलेक्टरों से पूछा गया है कि उनके यहां ऐसी नियुक्तियां हुई हो तो उसे निरस्त कर राजस्व विभाग को अवगत कराएं।
इन कर्मचारियों की हुई अवैध तैनाती- मुरैना जिले में सहायक ग्रेड तीन के पद पर मनोज प्रजापति, शिव कुमार शिवहरे, रोहित कुलश्रेष्ठ, जितेन्द्र श्रीवास, संतोष रजक की तैनाती की गई। वहीं भृत्य के पद पर बृजमोहन शर्मा, मनोज प्रजापति, बृजेश राठौर, मुकेश कुमार, दीपक रजक की नियुक्तियां कर उन्हें लाखों रुपए का भुगतान किया गया। तत्कालीन कलेक्टर विनोद शर्मा ने निर्वाचन कार्य में संलग्न अस्थायी कर्मचारियों के प्रकरण का परीक्षण करने के लिए समिति गठित की और समिति की अनुशंसा के आधार पर इनकी नियुक्तियां कर दी। इसी तरह श्योपुर में रहे पीएल सोलंकी ने निष्कासित अस्थायी कर्मचारियों के प्रकरणों पर विचार करने के लिए तीन समितियां गठित की और उनकी अनुशंसा के आधार पर कर्मचारियों की नियुक्तियां कर दी। श्योपुर में सहायक ग्रेड तीन के पद पर जितेन्द्र सिंह यादव, लोकेन्द्र सिंह यादव,सुरेन्द्र कुमार शर्मा, राजेश कुमार आर्य,राम वकील गुर्जर, श्याम कुमार सैन की और भृत्य के पद पर कमल किशोर जंगम, कैलाश चंद्र जंगम, कैलाश आदिवासी तथा हरिओम टैगोर की नियुक्त कर उन्हें लाखों रुपए के वेतन और भत्तों का भुगतान कर दिया। अब इन सभी की नियुक्तियां निरस्त की जा रही है।