मैनपुरी। उत्तरप्रदेश के मैनपुरी से 21 सितंबर को बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी सुलेमान का अपहरण नहीं हुआ था बल्कि उसने प्रेम संबंधों में खुद ही अपहरण की साजिश रची थी। वह प्रेमिका और बच्चों के साथ राजस्थान के भिवाड़ी से पकड़ा गया। साजिश में कार चालक और भाई भी शामिल थे, उन्हें भी गिरफ्तार किया गया है। खुलासे पर आईजी ए सतीश गणेश ने 40 हजार और एसपी अजय कुमार पांडे मैनपुरी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार पुलिस टीम को दिया है।
एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि 21 सितंबर को कारोबारी सुलेमान पुत्र शौकीन अली का सफेद स्कार्पियो सवार बदमाशों द्वारा अपहरण करने की बात सामने आई थी। उसकी बोलेरो के चालक ने अपहरण की जानकारी दी और भाई की तहरीर पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस ने जांच की तो मामला संदिग्ध लगा।
मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया तो पता चला कि सुलेमान राजस्थान के भिवाड़ी में है। उसकी तलाश में एक टीम वहां भेजी गई तो वह बरामद कर लिया गया। उसके साथ एक महिला और उसके बच्चे भी मिले। दन्नाहार थाना प्रभारी ओमहरि बाजपेई, सर्विलांस सेल प्रभारी जोगिंदर सिंह, कीरतपुर चैकी प्रभारी अमित सिंह की टीम ने कारोबारी को बरामद किया। पुलिस ने आरोपियों से चार मोबाइल, एक बोलेरो, 2 लाख 78 हजार 500 रुपये की नकदी बरामद की है।
सुलेमान ने खुलासा किया कि उसके एक महिला से आठ साल से प्रेम संबंध हैं। लेकिन उन दोनों की शादी अलग-अलग हो गई। युवती आगरा में अपने पति के साथ रहने लगी। उसका पति बैंड का काम करता है। शादी के बाद भी उसके साथ उसकी बातचीत हो रही थी। 16 सितंबर को उस महिला ने फोन कर बताया कि मेरे पति ने मारपीट की है। अब वह पति के साथ नहीं रहेगी। मेरे साथ दो बच्चे भी हैं इन्हें भी तुम अपना लो। फोन पर हुई बातचीत के बाद उसने लड़की को आगरा से सिरसागंज बुला लिया और अपने ड्राइवर इमरान उर्फ ईमामी पुत्र इश्हाक खां निवासी विरथुआ बरनाहल के साथ सिरसागंज पहुंच गया। उसे एक नया मोबाइल और सिम दिलवाकर भिवाड़ी निवासी दोस्त जाहिद के यहां रहने की व्यवस्था कर ली। किराए की टैक्सी से 10 हजार रुपये देकर लड़की और उसके बच्चों को भिवाड़ी भेज दिया और वह बरनाहल के गांव दिहुली आ गया। सुलेमान भी दो बच्चों का पिता है।
लड़की के बच्चों सहित गायब होने के बाद उसका पति दिहुली आकर उसके बारे में जानकारी करने लगा लेकिन सुलेमान गांव में ही था इसलिए उस पर उसका शक नहीं गया। सुलेमान ने प्रेमिका के संबंध में अपने भाई सद्दाम को पूरी बात बताई। सद्दाम के साथ मिलकर उसने अपने अपहरण की योजना बनाई, उस पर लोगों का कर्ज भी था। उधारी के पैसे न देने और प्रेमिका के साथ रहने की प्लानिंग करके वह मैनपुरी से बस द्वारा भिवाड़ी पहुंच गया।
उसे डर था कि पुलिस उसकी तलाश में भिवाड़ी आ सकती है। जाहिद ने पुलिस के डर से कहा कि वह उसे नेपाल भेज देगा जहां उसके संपर्क के लोग हैं। इसलिए वह अपनी प्रेमिका और बच्चों के साथ नेपाल जाने के लिए तैयार हो गया था लेकिन तब तक पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। जाहिद पुत्र जलाल खां भी दिहुली का निवासी है और वहीं रेडीमेड का काम करता है।
पूछताछ में सुलेमान ने खुलासा किया कि घटना वाले दिन मैनपुरी के ईसन नदी पुल पर चालक ईमामी के साथ उसने अपहरण की योजना बनाई और चालक से कहा कि वह बरनाहल-नवाटेढ़ा मार्ग पर बोलेरो के तेजी से ब्रेक लगाकर गाड़ी रोकेगा। और इसके बाद गाड़ी के शीशे फोड़ देगा। पुलिस को बता देगा कि सफेद स्कार्पियो बिना नंबर से आए चार बदमाशों ने सुलेमान का अपहरण कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार पाण्डे ने बताया कि पुलिस ने घटना को चुनौती के रूप में लिया था। शुरू से ही मामला संदिग्ध था, पुलिस टीमों ने कारोबारी को बरामद कर लिया। वह नेपाल भागने की फिराक में था। नकदी, मोबाइल तथा बोलेरो बरामद की गई है। कारोबारी को जेल भेजा गया है।