इंदौर। भारत का शीर्ष उद्योग जगत मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आत्मीयता, डायनॉमिक नेतृत्व, औद्योगिक नीतियों और प्रदेश द्वारा निवेशकों को उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं से अभिभूत है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के उदघाटन सत्र के तत्काल बाद देश के विभिन्न उद्योग समूह के प्रमुखों ने न केवल मध्यप्रदेश में निवेश की इच्छा व्यक्त की वरन् कहा कि मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास में भी देश का अग्रणी राज्य बनेगा।
भारत के शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन में रिलायंस समूह द्वारा आगामी डेढ़ वर्ष में 20 हजार करोड़ रूपये का निवेश करने और उनके छोटे भाई अनिल अंबानी ने रिलायंस ए.डी.ए. समूह के मध्यप्रदेश में वर्तमान 30 हजार करोड़ के निवेश को बढ़ाकर 60 हजार करोड़ करने का वायदा किया।
गोदरेज समूह के चेयरमेन आदि गोदरेज का कहना था कि मध्यप्रदेश में उद्योग जगत का हर कार्य सरलता तथा सुगमता से होता है। उनका इस प्रदेश से 27 वर्ष से अधिक का औद्योगिक संबंध है। वर्तमान सरकार जिस तरह प्रदेश में उद्योगों को सहूलियत दे रही है उसका पूरे प्रदेश को लाभ मिलेगा।
रिलायंस ए.डी.ए. समूह के चेयरमेन अनिल अंबानी लगातार चौथी बार मध्यप्रदेश की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में पहुँचे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व, यहाँ की पारदर्शी प्रशासनिक व्यवस्था तथा सहयोगी औद्योगिक नीतियों का विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि उनका समूह कोल, पावर, सीमेंट तथा टेलीकॉम में सन 2020 तक 30 हजार करोड़ रूपये का और निवेश करेगा। अभी प्रदेश में उनके समूह द्वारा इन क्षेत्र में लगभग 30 हजार करोड़ का निवेश है। आगामी वर्षों में यह निवेश बढ़कर दोगुना हो जायेगा।
लार्सन ट्रूब्रो (एल.एन.टी.) समूह के चेयरमेन ए.एम. नायर ने मध्यप्रदेश में कौशल विकास केन्द्र सहित रक्षा उत्पाद में निवेश की मंशा व्यक्त की।
टाटा समूह के चेयरमेन सायरस मिस्त्री ने कहा कि टाटा कंसलटेंसी सर्विस इंदौर में 10 हजार युवा को रोजगार देगी। उन्होंने देवास में स्थापित टाटा इंटरनेशनल के विस्तार सहित विदिशा में फूड पेकेजिंग, देवास में स्किल ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने, जबलपुर तथा उज्जैन में प्रस्तावित बीआरटीएस में सहयोग देने की बात की। उन्होंने भोपाल में ड्रायवर मेकेनिक ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने की भी मंशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि टाटा समूह मध्यप्रदेश में निवेश के लिये संकल्पित है।
प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी ने कहा कि उनका समूह आगामी पाँच वर्ष में प्रदेश में 20 हजार करोड़ का निवेश करेगा। अडानी ने पिछले आठ-दस वर्ष में प्रदेश में हुये चहुँमुखी विकास की सराहना की।
रिलायंस समूह के चेयरमेन मुकेश अंबानी ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का डिजिटल केपिटल बनेगा। उनका समूह 2015 तक इस प्रदेश में डिजिटल इंटरनेट, ऊर्जा, रिटेल आदि व्यवसायों में 20 हजार करोड़ का निवेश करेगा। उन्होंने प्रदेश में आर्गेनिक फार्मिंग में भी रूचि व्यक्त की।
एस्सार समूह के चेयरमेन शशि रूइया ने ऊर्जा, स्टील, बीपीओ तथा कोलबेंड में 4000 करोड़ रूपये का निवेश करने की जानकारी दी।
वेलस्पन समूह की सिंदूर मित्तल ने कहा कि मध्यप्रदेश में जिस गति तथा तत्परता से उद्योगों को सुविधाएँ मिल रही हैं, वे उदाहरण हैं। उन्होंने बताया कि नवकरणीय ऊर्जा में समूह आगामी दिनों में 5000 करोड़ का निवेश करेगा।
आस्ट्रेलिया से आये जे.एन.एस. समूह के जान स्टोन ने कहा कि नया इतिहास लिखने के लिये उनका समूह भारत और मध्यप्रदेश के साथ है। उन्होंने निवेश का माहौल तैयार करने के लिये प्रदेश सरकार की सराहना की।
फ्यूचर समूह के चेयरमेन किशोर बियानी ने मध्यप्रदेश में फूड पार्क स्थापित कर 10,000 युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का गेहूँ पास्ता बनाने के लिये सर्वाधिक उपयुक्त है।
सीआईआई के चेयरमेन तथा डीसीएम समूह के प्रमुख श्री अजय श्रीराम, सिम्बोइसिस की प्रबंध संचालक डॉ. स्वाति मजूमदार, आईटीसी के वाय.सी. देवेश्वर ने भी अपने संबोधन में मध्यप्रदेश की औद्योगिक नीतियों की सराहना की।