इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के खजराना थाना क्षेत्र में कोरोना के कारण रविवार को लॉकडाउन के चलते कर्फ्यू लागू होने के बावजूद धार्मिक चल समारोह आयोजित करने का मामला गरमा गया है। मामले में संबंधित थाना प्रभारी संतोष सिंह यादव को लाइन हाजिर कर, एक अनुविभागीय दंडाधिकारी (एसडीएम) को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इसके अलावा आयोजन से जुड़े 16 लोगों के विरुद्ध नामजद प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने कर्फ्यू अवधि में हुए आयोजन के बारे में आज यहां मीडिया से कहा कि यह नियम विरुद्ध हुआ है। शांति समिति की बैठक में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के बीच धार्मिक आयोजन नहीं करने का अनुरोध किया गया था। पुलिस और प्रशासनिक अमले को भी निर्देश दिए गए थे कि कोरोना के रोकथाम संबंधी उपायों को सख्ती से लागू किया जाए। इसके बावजूद कल भीड़ एकत्रित हुयी और जुलूस निकाला गया।
उन्होंने कहा कि इस घटना में आयोजकों के साथ-साथ जिम्मेदार अधिकारियों की गलती सामने आई है। इसलिए एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि इस मामले में कल रात खजराना थाना प्रभारी संतोष सिंह यादव को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि खजराना पुलिस ने 16 आरोपियों के विरुद्ध नामजद प्रकरण भी दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। रविवार को यहां एक धर्म विशेष के लोगो ने धार्मिक क्रियाओं से संबंधित जुलूस निकाला था। देखते ही देखते हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गयी थी।