भोपाल। मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर और अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति के बीच 411 गांव प्रभावित हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य में सेना की मदद ली जा रही है और अब तक लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य की बाढ़ की स्थिति के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन पर जानकारी दी। इसके पहले एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम देर रात भी होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, बालाघाट और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे।    राज्य के मध्य, दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है। नर्मदा और अन्य नदियां लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। तटीय गांवों और कस्बों में बाढ़ का पानी आने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सेना के हेलीकॉप्टर और सेना के जवानों को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। कम से कम नौ जिलों में बाढ़ की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है।   

शिवराज ने कहा – हम सभी को सुरक्षित निकालेंगे  मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। राज्य के 52 में से कम से कम एक दर्जन जिले प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि वे और उनका पूरा प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य रात्रि में भी जारी रहा। यह राहत की बात है कि बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के 411 गांवों में हमने एक भी जान का नुकसान नहीं होने दिया। आठ हजार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। चौहान ने कहा कि आज सुबह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा कर पूरी स्थिति की जानकारी दी है। उनका स्रेहपूर्ण समर्थन, सहयोग और आशीर्वाद मिल रहा है। श्री चौहान के अनुसार रात को उन्होंने सेना के पांच हेलिकॉप्टर मांगे थे, तीन सुबह पहुंच चुके हैं और दो और पहुंच रहे हैं। इससे बचाव कार्य में तेजी आयेगी।  

रायसेन में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने हेलीकॉप्टर बुलाए गए मध्यप्रदेश के रायसेन जिले के बाड़ी बरेली क्षेत्र में बिगड़े बाढ़ के हालात के बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के प्रयास से सेना के तीन हेलीकॉप्टर बुलाए गए जिससे इस क्षेत्र के 20 लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा मौके पर रेस्क्यू किये लोगों को एक गार्डन में रखा जा रहा है। ग्राम भोति में बाढ़ से हालात बिगड़े हैं। उधर, तेन्डोनी नदी में कल रात कार से जा रहा एक युवक कार समेत बह गया। बहे युवक का शव आज मिला। तेंदुनी नदी में एक कार एवं युवक का शव मिल गया है। मृतक युवक की पहचान ग्राम पंचायत सचिव दर्शन सिंह के रूप में हुयी है।   वहीं, तेंदुनी नदी के टापू पर पिछले 24 घण्टे से फंसे युवक को रेस्क्यू कर निकाला गया है। एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। युवक राजीव माने को अस्पताल भेजा गया है। यह युवक ग्वालियर से आया था। यह युवक पुल पर पानी देखने गया था तथा सेल्फी लेने के दौरान अचानक बढ़े पानी में टापू पर घिर गया। रायसेन जिले में बीते 24 घंटे में 132.2 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र रायसेन में 80, गैरतगंज में 161.2, बेगमगंज में 97, सिलवानी में 77.2, गौहरगंज में 180, बरेली में 137, उदयपुरा में 69, बाड़ी में 195 तथा वर्षामापी केन्द्र सुल्तानपुर में 193.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी।  

सीहोर में 40 लोगों को सेना के हेलीकॉप्टर से निकाला  सीहोर जिले के बुधनी के सोमलवाड़ा में बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगों को सेना की हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। आधिकारिक जानकारी के अनुसार सोमलवाड़ा में बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगो को सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा रेस्क्यू कर शाहगंज मंडी प्रांगण में बने रेस्क्यू सेटर में सुरक्षित पहुंचाया गया। मौके पर सांसद रमाकांत भार्गव, कलेक्टर अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री गुप्ता ने बताया कि बुदनी के सोमलवाड़ा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना द्वारा राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से कई प्रभावितों को सुरक्षित निकाला गया है। राज्य सरकार इस आपदा से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।  

कमलनाथ ने बाढ़ प्रभावितों की मदद लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया अनुरोध मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बाढ में फंसे लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा ‘मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से जारी भारी बारिश के कारण कई जÞलिों में बाढ़ के हालात बन गये हैं। मै सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूँ कि बाढ़ पीड़ि‍तों/प्रभावितों को हर संभव मदद पहुँचाने का कार्य करें। प्रदेशवासी अपनी एवं अपनों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।  

बाढ़ प्रभावित 9300 से अधिक लोग राहत शिविरों में ठहराए गए 

शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य के बाढ़ से प्रभावित 9300 से अधिक लोगों को 170 से अधिक राहत शिविरों में ठहराया गया है और उनके खान पान की व्यवस्था भी की गयी है। चौहान ने यहां अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश का क्रम आज राज्य दक्षिण और पूर्वी हिस्से में थम गया है, जिससे इन इलाकों में थोड़ी राहत है, लेकिन बारिश वाला यह सिस्टम राज्य के पश्चिमी हिस्से में पहुंच गया है, इसलिए अब इंदौर और उज्जैन संभागों में प्रशासन को और अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है।    मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी तक बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन और आसपास के जिले हैं। इन सभी जिलों में से लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुयी है। हालाकि जिन आठ लोगों की मौत की सूचनाएं आयीं हैं, वे कच्चे मकान इत्यादि के गिरने के कारण हुयीं हैं। इनमें मुख्य रूप से कटनी जिले की घटना है, जहां कच्चा मकान गिरने से चार लोगों की मौत हो गयी।

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