दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि देश के करोड़ों लोगों के सामने रोज़गार सबसे बड़ा संकट बन गया है और अगर मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार आरक्षण देने की बात करती है, तो उसे यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह किस आधार पर लोगों को यह भरोसा दिला रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के लोगों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण प्रदान करने के लिए जो वादा किया था, वह लोकप्रियता हासिल करने के लिए एक हथकंडा है और इसकी सतह पर कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जब नौकरी ही नहीं है तो आरक्षण की बात करने की क्या वजह है।
सिघवी ने यह प्रतिक्रिया मध्य प्रदेश सरकार की उस घोषणा के संदर्भ में की है जिसमें श्री चौहान ने दो दिन पहले कहा था कि मध्य प्रदेश में सभी नौकरियां अब राज्य के मूल निवासियों के लिए आरक्षित होंगी और इसके लिए सरकार जल्द ही कानूनी बदलाव करेंगे।
सिघवी ने कहा कि देश में अर्थव्यवस्था में लगातार गिरावट आ रही है और 2017-18 में देश की अर्थव्यवस्था में एक प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि 2018-19 में इसमें दो प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई और 2019 में इसमें चार प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। अब विश्व बैंक का कहना है कि भारत में 2020-21 में अर्थव्यवस्था में लगभग 3.2 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि जब देश की अर्थव्यवस्था इस तरह से हो, तो किस आधार पर देश में रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं। रोजगार हवा में नहीं बनता है और सरकार इस स्थिति को समझती है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके बारे में कभी कुछ नहीं कहते हैं। प्रधानमंत्री सब कुछ बोलेंगे लेकिन रोजगार के मामले में, वह चुप्पी बनाए रखते हैं क्योंकि उन्हें वास्तविकता पता है, इसलिए चुप रहना बेहतर है।
प्रवक्ता ने कहा कि खाद्य सुरक्षा की स्थिति भी बहुत खराब है। गरीबी रेखा से ऊपर वाले लोगों की सबसे अधिक संख्या पिछली कांग्रेस सरकारों के दौरान आई थी, लेकिन मोदी सरकार के आते ही इसमें कमी आई है। उन्होंने कहा कि देश में पोषण स्तर में कमी है और इसमें लगातार गिरावट आ रही है और इस सरकार के कार्यकाल में पोषण 22 प्रतिशत से 14 प्रतिशत तक गिर गया है।