फरीदाबाद। लॉकडाउन में जहां लोगों को घर से काम करने के लिए सभी कंपनियों ने बोल रखा है तो इस समय का पूरी तरह से उपयोग करते हुए शहर के एक युवक ने ऑफिस का काम करते करते अपनी ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी करा डाली। सर्वोदय हॉस्पिटल, सेक्टर 8 में 24 वर्षीय राहुल की उसके पूर्ण होश में रहते हुए उसके ब्रेन के ट्यूमर की सफल सर्जरी की गई। जिसका श्रेय हॉस्पिटल के आधुनिक न्यूरो सर्जरी विभाग के वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. मुकेश पांडेय, डॉ. पंकज डावर और विशेषज्ञ डॉ. गौरव केसरी को जाता है।
मरीज राहुल को कुछ दिन पहले दौरा पड़ा। जब उसके ब्रेन की जांच की गयी तो उसमे एक ट्यूमर की पुष्टि हुई जो कि दिमाग के दाएं हिस्से के उस भाग में स्थित था जो कि शरीर के बायें हिस्से को गतिशील रहने की ताकत देता है। मरीज ने अन्य हॉस्पिटलों में दिखाया जहां उसे सिर्फ एक बायोप्सी की सलाह दी गई थी जो इस युवा मरीज के लिए अधूरा इलाज होता।
जब मरीज सर्वोदय अस्पताल पहुंचा तब फंक्शनल एमआरआई टेस्ट के बाद मरीज के ब्रेन से यह ट्यूमर को एक जटिल ऑपरेशन करके निकालने का निर्णय लिया गया। अक्सर ऐसे मामलों में मरीज को पूर्ण बेहोश करके उसके ब्रेन का ऑपरेशन करके ट्यूमर निकाला जाता है। यह ट्यूमर ब्रेन के पावर देने वाले हिस्से में था तो ऐसे में शरीर के कुछ हिस्सों का अपनी कार्य क्षमता खोने का भी खतरा हो सकता था। इसलिए न्यूरो सर्जरी विभाग के वरिष्ठ विषेशज्ञ डॉ. मुकेश पांडेय, डॉ. पंकज डावर और विषेशज्ञ डॉ. गौरव केसरी एवं एनेस्थेसिया के डॉ. आर.के सिंह और डॉ. मनीष ने इस ऑपरेशन को मरीज को पूरे होश में रखते हुए 4 घंटे में पूरा करने की रूप रेखा तैयार की।
न्यूरो सर्जरी विभाग के वरिष्ठ विषेशज्ञ डॉ. मुकेश पांडेय ने बताया कि मरीज का जागते हुए ऑपरेशन करने में सबसे बड़ा फायदा यह रहा कि ट्यूमर निकालते समय अगर शरीर के किसी हिस्से में कोई कमजोरी आती तो उसे तुरंत संभाला जा सकता था। इस ऑपरेशन में मरीज को लकवे से बचाने में तकनीक का कई स्तरों पर इस्तेमाल किया गया। मरीज की सर्जरी के दौरान कार्य क्षमता का आंकलन करने के लिए उसके द्वारा लैपटॉप पर टाइपिंग करना, घरवालों से वीडियो कॉल पर बात करना और डॉक्टरों से बात करना जैसी गतिविधि करवाना शामिल रहा।