नई दिल्ली . कोरोना संकट और लॉकडाउन का असर लोगों की नौकरी और सैलरी पर भी पड़ रहा है. अब दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन लिमिटेड ने अपने कर्मचारियों की सैलरी कट करने का ऐलान किया है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इस संबंध में औपचारिक आदेश भी जारी कर दिया है. दिल्ली मेट्रो की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अगस्त महीने से ही कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाएं और भत्ते (perks and allowances) में 50 फीसदी की कटौती की जाएगी. मेट्रो के कर्मचारियों को अगस्त महीने से पर्क्स और अलाउंस बेसिक सैलरी का 15.75 फीसदी ही मिलेगा.
हालांकि मेट्रो कर्मचारी अन्य सुविधाओं जैसे मेडिकल ट्रीटमेंट, टीए और डीए जैसी चीजों का लाभ ले सकेंगे. इसके अलावा मेट्रो कर्मचारियों को मिलने वाले तमाम एडवांस पर भी अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है. केवल पहले से ही मंजूरी हासिल करने वालों को एडवांस दिए जाएंगे.
हाउस बील्डिंग एडवांस (HBA), मल्टीपरपज एडवांस, लैपटॉप एडवांस, फेस्टिवल एडवांस जैसे कई एडवांस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है. और इस आदेश को अगले आदेश तक रोक दिया गया है. दिल्ली मेट्रो की तरफ से जारी किए गए आदेश में यह हवाला दिया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते मेट्रो का संचालन नहीं हो रहा है. जिससे भारी वित्तीय समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए मार्च से ही दिल्ली मेट्रो की सेवाएं बंद पड़ी है. मार्च के तीसरे हफ्ते में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और उसके बाद दिल्ली में लगे लॉकडाउन के समय से ही दिल्ली मेट्रो बंद है. बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया जिसमें परिवहन की अन्य सुविधाओं की तरह दिल्ली समेत अन्य शहरों की मेट्रो सेवा भी बंद कर दी गई.
तब डीएमआरसी ने कहा था देश में 21 दिनों का लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलेगा. इस कारण दिल्ली मेट्रो को बंद रखने का समय भी 14 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इससे पहले 22 मार्च को डीएमआरसी ने 31 मार्च तक मेट्रो को बंद रखने का फैसला किया था. देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अनलॉक के तीसरे चरण में भी मेट्रो की सेवाएं शुरू नहीं की जा सकी हैं. सीमित संख्या में रेल सेवा और घरेलू हवाई सेवा शुरू कर दी गई हैं, लेकिन मेट्रो को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है.