सुशांत सिंह राजपूत के निधन को दो महीने हो चुके हैं और उनकी मौत के बाद से ही फिल्म इण्डस्ट्री में भाई-भतीजावाद और पक्षपात करने को लेकर बहस छिड़ हुई है। कुछ टीवी कलाकारों ने बताया कि उनके साथ भी पक्षपात हुआ।
पक्षपात झेलने वाले कलाकारों में डोनल बिष्ट भी शामिल हैं। डोनल आज छोटे पर्दे की सफल कलाकारों में से एक हैं, लेकिन उद्योग में बड़ा नाम कमाना आसान नहीं था। पहली बार जब उनके साथ पक्षपात हुआ था तो उन्होंने कुछ समय के लिए ऑडिशन देना ही बंद कर दिया था।
‘एक दीवाना था’ की अभिनेत्री ने बताया, “मुझे लगता है कि पक्षपात सभी जगह है, केवल टेलीविजन या फिल्मों में नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि प्रतिभा से बढ़कर कुछ भी नहीं है। अगर कोई प्रतिभाशाली है, तो उसे ब्रेक मिलेगा चाहे जल्दी मिले या बाद में। लेकिन यदि कोई प्रतिभाशाली है और उसे एक विशेष परियोजना नहीं मिलता तो यह निश्चित रूप से अन्यायपूर्ण है। फिर भी मुझे यकीन है कि वे किसी बहुत अच्छे प्रोजेक्ट का हिस्सा बनेंगे। भले ही समय ज्यादा लग सकता है लेकिन असली प्रतिभा छुपाई नहीं जा सकती।”
उन्होंने अपने साथ पक्षपात होने की बात स्वीकार करते हुए कहा, “जब मैं फ्रेशर थी तब ऐसा हुआ था। मुंबई से दिल्ली ऑडिशन लेने आए लोगों ने मुझे भूमिका के लिए अनुरूप पाया। बजट से लेकर शूटिंग की तारीखें तक तय हो गईं और फिर कुछ दिन बाद मुझे मना कर दिया गया। बाद में पता चला कि चैनल की एक अन्य अभिनेत्री के उन लोगों से अच्छे रिलेशन थे, लिहाजा उसे वह रोल दे दिया गया। इस घटना के बाद कुछ दिनों तक मैंने ऑडिशन देना बंद कर दिया था।”
डोनल की इस बात से शरद मल्होत्रा भी सहमत हैं। वह कहते हैं, “हालांकि मुझे जानकारी नहीं है पक्षपात के कारण मेरे हाथ से कभी कोई रोल नहीं छिना लेकिन ऐसा कई बार हुआ है कि कॉन्ट्रेक्ट साइन करने के वक्त अचानक मुझे मना कर दिया गया।”