लखनऊ । स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाए जाने की आशंका के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा बल और गुप्तचर एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) और महानिरीक्षक (आईजी) के ओहदे वाले वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संवेदनशील जिलों में कैंप करेंगे। साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। वहीं, भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है और नेपाल की सीमा से लगे जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
एडीजी (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि सभी जिला पुलिस प्रमुखों को अपने क्षेत्र में संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त और चेकिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है। उन्होंने आगे कहा कि सीमावर्ती दिल्ली और एनसीआर में गुरुवार से यातायात प्रतिबंध लागू किया जाएगा और यह 15 अगस्त की मध्य रात्री तक जारी रहेगा।
डीजीपी मुख्यालयों ने जिला पुलिस प्रमुखों को बसों, रेलवे स्टेशनों और जिला के सीमाओं पर सिक्योरिटी ड्रील और जांच करने का निर्देश दिए है। एडीजी ने आगे कहा कि सभी जिला पुलिस प्रमुखों और दोनों पुलिस आयुक्तों को विशेष रूप से बेंगलुरु की घटना के बाद सोशल नेटवकिर्ंग वेबसाइटों पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है।
इसके साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों को अयोध्या के आसपास के जिलों में कैंपिंग जारी रखने के लिए निर्देशित किया गया है। एडीजी आशुतोष पांडेय अमेठी में कैंप करेंगे, एडीजी अशोक कुमार गोंडा में, बहराइच में एडीजी राम कुमार, बाराबंकी में आईजी विजय भूषण, सुल्तानपुर में आईजी विजय प्रकाश, बस्ती में आईजी ए. के. राय, अंबेडकर नगर में आईजी पीयूष मोरदिया, महाराजगंज में डीआईजी चंद्र प्रकाश और डीआईजी आरके भारद्वाज सिद्धार्थनगर में कैंप करेंगे।