भोपाल नागरिकों को शीघ्र ही स्वास्थ्य सेवा गारंटी दी जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी 18 सेवा शामिल होंगी। यह जानकारी श्री प्रवीर कृष्ण प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास, आयुष विभाग ने दी। श्री कृष्ण रविवार को एक दिवसीय राज्य स्तरीय ई-एनजीओ कार्यशाला को एनआईटीटीआर में सम्बोधित कर रहे थे।
प्रमुख सचिव ने कहा कि मध्यप्रदेश के एन जी ओ का दायित्व है कि राज्य में स्वास्थ्य सम्बन्धी चेतना लायें और स्वास्थ्य से सम्बंधित सन्देश जन -जन तक पहुँचाएँ। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के हर गाँव में एक ममता रथ पहुँचाने का कार्य करेगा । यह रथ प्रत्येक गाँव में एक दिन रात्रि विश्राम भी करेगा। श्री प्रवीर कृष्ण ने कहा कि यह कार्यशाला वेब आधारित टेक्नोलॉजी से जुड़ने के लिए पारदर्शिता को समझने और क्षमता निर्माण का अवसर है।
श्री लाजपत आहूजा संचालक जनसम्पर्क ने कार्यशाला के समापन अवसर पर कहा कि सोशल मीडिया ने परंपरागत मीडिया से एक कदम आगे बढ़ाया है। शक्ति और क्षमता को आगे बढ़ाने के लिए हमें डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का बेहतर उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि सूचना ही शक्ति है और सभी को तकनीक को अपनाते हुए वक़्त के साथ कदम ताल करना होगा। श्री आहूजा ने प्रदेश भर से आये सभी एन जी ओ संचालक को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए।
उदघाटन सत्र में अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला आयोजक एम पी पोस्ट के संपादक श्री सरमन नगेले ने कहा कि ‘डिजिटल मध्यप्रदेश – विकसित मध्यप्रदेश’ के लिए एमपी पोस्ट ने एक अभियान प्रारंभ किया है। यह कार्यशाला उसी दिशा में एक कदम है।
कार्यशाला संयोजक डिजिटल एम्पावरमेंट फाउंडेशन के वरिष्ठ समन्वयक श्री देवेन्द्र सिंह भदौरिया ने कार्यशाला के विभिन्न पहलु पर प्रकाश डालते हुए वेबसाइट निर्माण एवं उसके प्रभावी उपयोग और सोशल मीडिया के एनजीओ गतिविधियों में उपयोग से प्रतिभागियों को अवगत करवाया।
कार्यशाला को श्री सुशील अग्रवाल और डॉ. सुरेन्द्र शुक्ला ने भी सम्बोधित किया। संचालन श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह ने किया।