भोपाल। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन होने के साथ ही करीब 500 साल से राममंदिर के लिए संघर्ष करने वालों का सपना पूरा हो गया। इस अवसर के साक्षी बने कई कारसेवक भाव विह्वल हो उठे तो कुछ ने अपने दिवंगत परिजनों की अंतिम इच्छा पूरी होने की खुशी मनाई। 1992 की कारसेवा याद करते हुए कारसेवकों ने बताया कि सभी वहां सरयू नदी तट से मिट्टी रामजन्मस्थल तक ले जाने के लिए पहुंचे थे लेकिन कारसेवकों का आक्रोश इतना था कि वे अयोध्या का विवादित ढांचा ढहाने पहुंच गए।
बजरंग दल इंदौर के प्रमुख रहे इंदौर के कैलाश शर्मा आज राम मंदिर का निर्माण शुरू होने पर भाव विह्वल हैं। वे कहते हैं कि ऐसा लगा रहा मानों रियल भगवान श्रीराम प्रकट हो रहे हैं। अयोध्या में कारसेवा के अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यूपी सरकार की सख्ती के चलते वे कभी प्रकटवाहिनी और कभी गुप्तवाहिनी के जरिये अयोध्या पहुंचते रहे हैं। एक बार तो गुप्त वाहिनी से चित्रकूट तक गए फिर वहां से बस छोड़ दी और पैदल ही चल दिए। खेत और खलिहान में ठंड में एक कपड़ा पहनकर रहे और सोए लेकिन यूपी के लोगों ने खूब मदद की। वे घर में रोक तो नहीं पाते थे लेकिन खाने और कहीं भी ठहरने का इंतजाम कर देते थे।
यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के विरोध के बावजूद यादव समाज भी मदद करने में पीछे नहीं रहा। अस्सी किमी पैदल चलकर अयोध्या पहुंचे लेकिन कभी राम के प्रति प्रेम में कमी नहीं आई। 6 दिसम्बर 1992 की घटना याद करते हुए शर्मा ने बताया कि तय कार्यक्रम के मुताबिक वहां सरयू नदी के तट से मिट्टी ले जाकर जन्मस्थल पर रखना था लेकिन कारसेवक आक्रोश में थे। वे मानने को तैयार न हुए और कहा कि वे तो ढांचा ढहाने आए हैं और ऐसा करके ही माने। इंदौर में कई सभाएं हुई जिसमें लाखों लोगों को संकल्प दिलाया गया कि सौगंध राम की खाते हैं, मंदिर वहीं बनाएँगे।
राममंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन शुरु होने तक भगवा दुपट्टा धारण करने का कृषि मंत्री कमल पटेल का संकल्प पूरा हो गया है। अब उन्होंने संकल्प लिया है कि मंदिर निर्माण पूरा होंने तक वे भगवा जैकेट धारण करेंगे।कृषि मंत्री कमल पटेल ने वर्ष 1992 में अयोध्या में कार सेवा के समय भगवा दुपट्टा धारण कर यह संकल्प लिया था कि जब तक राम मंदिर निर्माण शुरू नहीं हो जाता तब तक वे यह दुपट्टा धारण करेंगे। आज अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन की शुरुआत होने पर हरदा में पूजा अर्चना के बाद यह दुपट्टा भगवान को अर्पित कर भगवान राम से आज्ञा लेकर पुन: दूसरा भगवा दुपट्टा धारण किया। इसके साथ ही उन्होंने अब भगवा जैकेट भी धारण कर लिया है। अब राम मंदिर निर्माण पूरा होने तक वे यह भगवा जैकेट धारण करते रहेंगे।
प्रोटेम स्पीकर और बजरंग दल के नेता रहे रामेश्वर शर्मा ने कल से ही समर्थकों के साथ घरों में दीये जलाने और आतिशबाजी में हिस्सा लिया। आज युवासदन में उन्होंने भगवान राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन होने के बाद 108 दीयों के साथ श्रीराम की आरती की। इस दौरान रामेश्वर शर्मा ने कारसेवक अचल सिंह मीणा का भी सम्मान किया। अचल सिंह रामेश्वर शर्मा के साथ ही कारसेवा के लिए अयोध्या गए थे, जहां पर दीवार गिरने से उनकी कमर में चोट आ गई थी।