भोपाल. मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन के बाद बीजेपी ने उपचुनाव का बिगुल फूंक दिया है. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वर्चुअल रैली के जरिए मूंगावली विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इसके बाद शाम को करैरा विधानसभा के पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं को वर्चुअल रैली के माध्यम से संबोधित करेंगे. इस दोनों सीट पर विधानसभा चुनाव उपचुनाव होने हैं, मूगांवली से विधायक रहे बृजेंद्र यादव सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं और हाल ही में शिवराज कैबिनेट में राज्यमंत्री बने हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया जिंदगी में पहली बार बीजेपी के लिए वोट मांग रहे हैं. मुंगावली में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ संबोधित किया तो करैरा सीट पर सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. मूंगावली में सिंधिया ने कहा, ‘मैं हमेशा सत्य की लड़ाई लड़ता हूं. कभी छल-कपट वाली राजनीति मैंने नहीं की. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के संकल्प आर-पार की लड़ाई को हम आत्मसात कर भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को मिलकर लड़ना है और कांग्रेस को परास्त करना है.’
सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से अपील है कि की जनता से पूछिएगा कि उन्हें मेरी और शिवराज की जोड़ी चाहिए या दिग्विजय-कमलनाथ की बंटाधार जोड़ी? ये चुनाव जनता की प्रतिष्ठा, विकास और प्रगति का मुद्दा है क्योंकि मैं और शिवराज ही मुंगावली की जनता के लिए सदा समर्पित रहे हैं. बृजेन्द्र सिंह यादव ने अपनी कुर्बानी मुंगावली की जनता के लिए दी है. भाजपा शीर्ष संगठन का आभारी हूं कि मुंगावली को 40 साल बाद मंत्री दिया है.
उन्होंने कहा कि मुंगावली के लोगों से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस का कौन मंत्री या नेता आपके क्षेत्र में आपकी पीड़ा को सुनने आया? कौन कांग्रेस नेता आपसे मिलने आया था? कांग्रेस की पीड़ा सिर्फ उनकी कुर्सी खिसकने की है. इन्होंने सिर्फ पैसे बनाने के लिए सरकार बनाई थी.
कमलनाथ पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि जो राजनेता राजनीति में जनता की सेवा छोड़कर सत्ता में अपना व्यापार देखे उसे सड़क पर लाना मेरा दायित्व था. कांग्रेस ने 10 दिन में कर्जमाफी की बात कही थी, लेकिन 5 महीने के बाद भी किसानों का कर्जमाफ नहीं हुआ. कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के किसानों के साथ धोखा किया था.
सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ ने युवाओं को बेरोजगारी भत्ता तक नहीं दिया. जनता के साथ झूठा आश्वासन देकर सिर्फ और सिर्फ पैसा वसूला है. ऐसी सरकार को सड़क पर लाना हमारी जिम्मेदारी थी. हमारी जिम्मेदारी है कि जिन कौरवों ने जनता का पैसा लूटा है उन्हें इस चुनाव में जमकर सबक सिखाना है.