भोपाल ! मध्य प्रदेश में जबलपुर उच्च न्यायालय द्वारा आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन के खिलाफ लोकायुक्त से जांच कराए जाने के आदेश पर विपक्षी कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा में जमकर हंगामा किया और कृषि मंत्री के इस्तीफे की मांग की। सरकार द्वारा मांग न माने जाने पर कांग्रेस के सभी विधायक विधानसभा से बहिर्गमन कर गए। पूर्व विधायक किशोर समरीते ने बिसेन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का ओराप लगाते हुए लोकायुक्त से जांच की मांग की थी। इसी मांग को लेकर समरीते ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर भी की, जिस पर न्यायालय ने लोकायुक्त को जांच के आदेश दिए।
कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा में मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि बिसेन के मंत्री पद पर रहते जांच प्रभावित हो सकती है, लिहाजा सरकार उन्हें मंत्री पद से हटाए। सरकार की ओर से जब मांग पर गौर नहीं किया गया तो कांग्रेस विधायकों ने सदन में जमकर नारेबाजी की और बाद में सदन से बहिर्गमन कर गए।
नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार को जांच पूरी होने तक बिसेन को मंत्री पद से हटा देना चाहिए, क्योंकि उनके मंत्री रहते निष्पक्ष जांच की कल्पना नहीं की सकती।
समरीते ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि उन्होंने बिसेन के खिलाफ वर्ष 2011 में उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी, जिस पर गौर करते हुए उच्च न्यायालय ने अब जांच के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि निष्पक्ष जांच जरूरी है, क्योंकि जिस अवधि में मंत्री की संपत्ति बढ़ती चली गई, उसी अवधि में कर्ज में डूबे दर्जनों किसानों को आत्महत्या करनी पड़ी थी। यह बड़ा मामला है।