ग्वालियर। उपचुनाव से पहले मध्यप्रदेश में सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बीच राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह जिले में उनके खिलाफ एक परिवाद पत्र जिला कोर्ट में फाइल किया गया है। जिसमें कहा गया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब राज्यसभा का नामांकन फाइल किया था। तब उन्होनें अपने ऊपर दर्ज आपराधिक मामले को छुपाया है। ऐसे में ये अपराध की श्रेणी में आता है। इसलिए उनके ऊपर मामला दर्ज किया जाएं। हलांकि ग्वालियर की जेएमएफसी पवन पटेल की अदालत में दायर परिवाद को भोपाल की अदालत में पेश करने के लिए याचिकाकर्ता को कहा है। कोर्ट का कहना है कि जन प्रतिनिधियों के खिलाफ भोपाल की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई होती है। ऐसे में ये मामला उनकी कोर्ट नही सुन सकती है।
दरअसल व्यापमं कांड में सितंबर 2017 में भोपाल की विशेष अदालत के न्यायधीश सुरेश सिंह के आदेश पर श्यामला हिल्स पुलिस ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और आईटी विशेषज्ञ प्रशांत पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इनके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज पेश करने, धोखाधड़ी में शामिल होने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। इसी को आधार बनाकर ग्वालियर के कांग्रेसी नेता गोपीलाल भारतीय ने अपने अधिवक्ता कुबेर बौद्ध के माध्यम से कोर्ट में तर्क दिया कि…. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने नामाकांन में जानकारी छुपाई इसलिए इन पर मामला दर्ज किया जाएं। बहरहाल अब याचिकाकर्ता इस मामले को भोपाल की अदालत में ले जाने वाले है।