शाजापुर ! खेल-खेल में सूखे बोरवेल को छलांग मारकर पार करने के चक्कर में एक बालक बोरवेल की 22 फीट गहराई में जा फंसा। जब इस घटना की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो उन्होने तुरंत ही प्रशासनिक अधिकारियों को घटना की जानकारी दी।
जानकारी मिलते ही शाजापुर एसडीएम लक्ष्मी गामड़ और मोहन बड़ोदिया पुलिस सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और बच्चे को बोरवेल से निकालने के प्रयास शुरू किए। बच्चे का बोरवेल में दम न घुटे इसके चलते उसके बोरवेल में आक्सीजन भी दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को मोहन बड़ोदिया तहसील के ग्राम करूला में रहने वाले कुबेरसिंह का लगभग 9 वर्षीय बालक कान्हा उर्फ कृष्णपाल गांव में ही सूखे बोरवेल के समीप दोपहर लगभग 3 बजे बकरी चराने के लिए गया था। इस दौरान उसके कुछ दोस्त आ गए तो वह उनके साथ खेलने लगा, और खेल-खेल में उक्त बोरवेल को छलांग मारकर पार करने लगा तभी वह उसमें जा गिरा। ग्रामीणों ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो वे मौके पर पहुंचे और प्रशासन को इसकी जानकारी दी। जानकारी लगने पर पहुंचे अधिकारियों ने जेसीबी और पौकलेन मशीन की मदद से बोरवेल के समीप खुदाई का काम शुरू कराया, वहीं मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बोरवेल में फंसे बच्चे को आक्सीजन देना शुरू किया। बोरवेल में 3 बजे फंसा बच्चा शाम को समाचार लिखे जाने तक भी नही निकाला जा सका था।
जेसीबी का फूला दम: जिस बोरवेल में कान्हा फंसा था उस सूखी बोरवेल की गहराई 100 फीट बताई जा रही है, जिसमें कान्हा 22 फीट की गहराई में फंसा हुआ था। बोरवेल के समीप जेसीबी ने खुदाई का काम तो शुरू कर दिया था, लेकिन खुदाई के दौरान बड़े-बड़े पत्थरों के आने से खुदाई में मशीन का भी दम फूलता नजर आया। समाचार लिखे जाने तक खुदाई का काम जारी था।