मिजाजीलाल जैन

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के भिण्ड जिले के गोहद के पिपरसाना गांव से अपहृत कथावाचक सतीश पाराशर को पुलिस ने मुक्त कराने में बडी सफलता पाई है। ग्वालियर के शताब्दीपुरम के एक घर में कथावाचक को रखा गया था। पुलिस ने पिपरसाना गांव के ही एक युवक मनोज शर्मा को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया था। संदेह के आधार पर हिरासत में लिए गए युवक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह टूट गया। संदेही की निशानदेही पर पुलिस ने कल रात्रि को ग्वालियर के शताब्दीपुरम से कथावाचक को मुक्त करा लिया है। 16 जून को भिण्ड जिले के दंदरौआधाम में कथा कराने के बहाने से कथावाचक को कार सवार अपने साथ ले गए थे। 16 जून की रात में 10 बजे पिता से 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी।

भिण्ड जिले के गोहद थाना क्षेत्र के पिपरसाना गांव निवासी 28 वर्षीय सतीश पाराशर कथावाचक को 16 जून को मोबाईल पर फोन किया गया। उनसे कहा गया कि दंदरौआधाम में कथा कराना है। इसके बाद कार सवार ने सतीश को अपने पास बुलाया और गाडी में डालकर अपने साथ ले गए। रात में सतीश के मोबाइल से ही उनके पिता के मोबाइल पर कॉल करवाया गया। पिता से सतीश को सकुशल छोडने के एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की तो पाया कि अपहरण में पिपरसाना गांव का ही युवक संदेही है। पुलिस ने संदेह के आधार पर युवक को हिरासत में लिया। कॉल डिटेल खंगाले गए तो ग्वालियर की लोकेशन मिली। लोकेशन और संदेही की निशानदेही पर पुलिस उस मकान तक पहुंच गई, जहां सतीश को बंधक बनाया गया था। सतीश को अपहरण के बाद से इसी मकान में बंधक बनाकर रखा गया था।

भिण्ड पुलिस को यह दूसरी बडी सफलता मिली है। भिण्ड के दंदरौआधाम में तिजोरी तोडकर की गई 16 लाख रुपए से अधिक की चोरी का पुलिस ने पता लगाया जाकर तीन आरोपी पकडे थे तथा चोरी की पूरी रकम भी बरामद कर ली थी। कथावाचक पंडित सतीश पाराशर का अपहरण फिर 30 लाख की फिरौती से भिण्ड में सनसनी फेल गई थी। इतनी बडी रकम तो कभी चंबल में आतंक फेलाने वाले डाकुओं ने भी नहीं मांगी थी। भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह भिण्ड की आवोहवा से अच्छी तरह से बाकिब है। उन्होंने मौके पर जाकर स्थिति की जांच की और इस तरह से योजना बनाई कि अपहरण करने वाले अपहृत पंडित सतीश पाराशर को कोई क्षति न पहुचाएं और पुलिस उनको सुरक्षित मुक्त करा लें। और पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह की रणनीति आखिरकार काम आ गई। कथावाचक पंडित सतीश पाराशर सुरक्षित अपने घर आ गए।

भिण्ड पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि ग्वालियर के शताब्दीपुरम इलाके से अपहृत को मुक्त कराया गया है। अपह्त को भूखा-प्यासा रखा गया था। फिलहाल वह ज्यादा कुछ बता पाने की हालत में नहीं है। पिपरसाना गांव के ही संदेही से पूछताछ के बाद उसे मुक्त कराया गया है। 30 लाख की फिरौती मांगी जाने से अपहृत के परिजनों में काफी दहशत थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *