इंदौर। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कमल नाथ ने भोपाल के सचिवालय को दलालों को अड्डा बना दिया था। बता दें कि भले ही चुनाव आयोग ने घोषणा ना की हो परंतु मध्यप्रदेश में उपचुनाव24 का प्रचार अभियान शुरू हो गया है।
इंदौर में पत्रकार वार्ता में उन्होंने आरोप लगाया कि फरवरी में इंदौर में कोराना संक्रमण आ चुका था, लेकिन तत्कालीन सरकार ने इसके लिए तैयारी नहीं की। इसलिए स्थिति बिगड़ी। मुख्यमंत्री जब ये बात कह रहे थे, बीती सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे तुलसी सिलावट शिवराज के मंत्री के रूप में उनके पास बैठे थे। चौहान ने कहा कि कांग्रेस ने ही पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ को सबक सिखाया। उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे लोकप्रिय नेता का अपमान किया और कह दिया कि सड़क पर उतरना है तो उतर जाएं।
इसके बाद कमल नाथ के पैरों के नीचे से कब जमीन खिसक गई, उन्हें पता भी नहीं चला। दिग्विजय सिंह ने उन्हें धोखे में रखा। कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री ने दावा किया कि इंदौर और प्रदेश में स्थिति अब नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि प्रदेश की आर्थिक सेहत खराब है। उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई में ही सरकार को 26 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। पहले से प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी।