भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकना हमारी पहली प्राथमिकता है। अत: सभी जिले पूरी सावधानी से इस प्रकार कार्य करें कि संक्रमण कहीं भी न फैले। साथ ही संक्रमित मरीजों का सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित किया जाए। ईद का त्यौहार घर पर रहकर ही मनाया जाए। फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा संजय शुक्ला उपस्थित थे।
एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि 22 मई की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में कोरोना के 189 नए मरीज पाए गए हैं वहीं 246 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं। कोरोना के एक्टिव प्रकरणों में 59 की कमी आयी है। अब प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरण 2809 हैं। प्रदेश के कटनी एवं नरसिंहपुर जिलों में अभी कोई कोरोना पॉजिटिव नहीं आया है, वहीं आगर-मालवा, अलीराजपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा एवं हरदा जिले संक्रमण मुक्त हो गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि अब ग्रीन जोन से ग्रीन जोन में जाने के लिए ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। मुख्य सचिव बैंस ने कहा कि गाइडलाइन के नियमों का पालन किया जाए तथा लोगों को अनावश्यक रूप से आने-जाने से रोका न जाए।
मंदसौर जिले की समीक्षा के दौरान बताया गया कि तीन दिन में वहाँ 23 कोरोना के प्रकरण बढ़ गए। इस पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि पूरी सावधानी एवं गंभीरता से कार्य किया जाए, थोड़ी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सिंगरौली जिले की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि अभी जिले में कोरोना संक्रमण की शुरूआत है, पूरी सावधानी रखें, संक्रमण आगे नहीं बढ़ना चाहिए। सैम्पल लें, टैस्टिंग करें तथा कान्टेक्ट हिस्ट्री ट्रेस करें।
रीवा जिले की समीक्षा में मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि बाहर से आने वाले मजदूरों की अनिवार्य रूप से हैल्थ स्क्रीनिंग हो। कलेक्टर द्वारा बताया गया कि जिले में अभी तक 55 हजार प्रवासी मजदूर आ गए हैं। जिले में कोरोना के 26 प्रकरण थे जिनमें से एक डिस्चार्ज होकर घर चला गया है।