भोपाल. मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 11 जिलों में नये जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है. इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के असर वाले गुना, श्योपुर और ग्वालियर जिले भी शामिल हैं. इसे उपचुनाव से पहले कांग्रेस की संगठन मजबूत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. पार्टी ने बुधवार को 11 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति का आदेश जारी किया है. इनमें से ज्यादातर जिले सिंधिया के असर वाले हैं. सिंधिया के पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाते ही उनके समर्थकों ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ भगवा गमछा ओढ़ लिया था.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) की सिफारिश पर AICC ने बुधवार को 11 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की. इसमें सबसे महत्वपूर्ण सिंधिया के प्रभाव वाले ग्वालियर, श्योपुर और गुना जिले भी शामिल हैं. यहां कांग्रेस ने नए जिला अध्यक्षों को नियुक्त कर उनके कांधे पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. बीते कई दिनों से जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर मंथन करने और रायशुमारी के बाद कांग्रेस पार्टी ने नये नामों का ऐलान किया है. इनमें से कई जिलों में जिला अध्यक्ष पार्टी छोड़ कर चले गए थे. जबकि कुछ जिला अध्यक्ष का पद पहले से खाली था. उन सभी इलाकों में कांग्रेस ने अभी से पार्टी की गतिविधियां बढ़ाने के लिए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का आदेश जारी किया है.
कांग्रेस के नये जिला अध्यक्ष
- श्योपुर – अतुल चौहान
- ग्वालियर ग्रामीण – अशोक सिंह
- विदिशा – कमल सिलकारी
- सीहोर – बलबीर तोमर
- रतलाम शहर – महेंद्र कटारिया
- शिवपुरी – श्रीप्रकाश शर्मा
- गुना शहर – मानसिंह पसरोदा
- गुना ग्रामीण – हरि विजयवर्गीय
- होशंगाबाद – सत्येंद्र फौजदार
- सिंगरौली शहर – अरविंद सिंह चंदेल
- देवास ग्रामीण – अशोक पटेल
ग्वालियर ग्रामीण में अशोक सिंह को जिला अध्यक्ष नियुक्त कर कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है. संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह को जिला ग्रामीण की कमान सौंपकर ग्वालियर में पार्टी को मजबूत बनाने की जिम्मेदारी दी गयी है. सिंधिया के सबसे ज्यादा प्रभाव वाले गुना जिले की शहर और ग्रामीण इकाई में भी पार्टी ने नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. यह 24 विधानसभा सीटें 15 जिलों में आती हैं. कांग्रेस की कोशिश है कि इन जिलों में पार्टी को अभी से मजबूत किया जाए.