भोपाल ! सुनियोजित विकास की दिशा में मध्यप्रदेश ने लम्बी छलांग लगाई है। प्रत्येक गाँव की मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और आवश्यकताओं के अनुरूप 50 हजार 982 मास्टर प्लान बन गए हैं। यह जानकारी आज यहाँ योजना, आर्थिकी एवं सांख्यिकी विभाग की समीक्षा बैठक में दी गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गाँवों के सुनियोजित विकास की दिशा में मास्टर प्लान का निर्माण महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि राज्य की प्रगति सूचकांकों में दिखाई देने के कार्य में आर्थिकी एवं सांख्यिकी जानकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने योजना, आर्थिकी एवं सांख्यिकी कार्य को और अधिक प्रभावी बनाए जाने की जरूरत बताते हुए सभी सांख्यिकी जानकारियाँ निश्चित समय में उपलब्ध करवाई जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग सांख्यिकी जानकारियाँ नोडल विभाग को समय पर उपलब्ध करवायें। इसकी कड़ी मॉनीटरिंग की जाए। उन्होंने राज्य में सांख्यिकी कॉडर बनाए जाने की पहल की भी जरूरत बतलाई। उन्होंने मास्टर प्लान बनाने के व्यापक कार्य के लिये विभाग को बधाई देते हुए कहा कि गाँवों के विकास कार्य मास्टर प्लान के अनुसार ही किये जाएं। श्री चौहान ने कहा कि मास्टर प्लान अनुसार विकास कार्य करवाने वाले विभागों और पंचायतों को पुरस्कृत करने की व्यवस्था भी की जाए। बैठक में योजना, आर्थिकी एवं सांख्यिकी मंत्री जयंत कुमार मलैया, मुख्य सचिव अंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव योजना, आर्थिकी एवं सांख्यिकी श्रीमती अजिता वाजपेयी पांडे, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव विवेक अग्रवाल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।