मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने गंभीर रूप ले लिया है। अब यहां कोरोना की वजह से हर 2 दिनों में 100 लोगों की मौत हो जा रही है। राज्य में Covid-19 के 27 हजार 524 केस सामने आ चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या एक हजार को पार कर 1019 तक पहुंच गई है। इसी बीच कोरोना से बिगड़ते हालात के मद्देनजर हॉटस्पाट इलाकों में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है।

महाराष्ट्र में लॉकडाउन के बावजूद इतनी संख्या में नए केस सामने आने और मृतकों की संख्या बढ़ने से अब सवालिया निशान लग गया है। राज्य में 9 मार्च को पहला केस रिपोर्ट होने के बाद मृतकों की संख्या 100 तक पहुंचने में 33 दिन लग गए थे। लेकिन पिछले कुछ दिनों में यह संख्या बढ़ी है। मृतकों की संख्या 800, 900 और अब एक हजार की संख्या तक पहुंचने में महज 2-2 दिन का समय लगा।


महाराष्ट्र में कोरोना की वजह से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार की संख्या को पार कर गया है। गुरुवार को हुई 44 मौतों के साथ ही राज्य में अब यह संख्या 1019 तक पहुंच गई है। राज्य में पहला केस सामने आने के 2 महीने के अंदर ही मृतकों की संख्या 1000 के पार चली गई। इनमें से 55 प्रतिशत मौतें मई महीने के 14 दिनों के अंदर हुई हैं। देश में कोरोना से हुई मौत के मामले में महाराष्ट्र के बाद गुजरात का नंबर आता है, जहां अभी तक 566 लोग दम तोड़ चुके हैं।

कोरोना वायरस के नए केसों की बात करें, तो महाराष्ट्र में लगातार नौवें दिन एक हजार से अधिक मरीज सामने आए हैं। गुरुवार को राज्य में 1602 नए केस सामने आए, जिसके साथ ही यहां कोरोना संक्रमित कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 27 हजार 524 हो गई है। मई महीने के 14 दिनों में से केवल 3 दिन ही ऐसे रहे जब नए केस 1 हजार के अंदर रहे। इस महीने में 16 हजार 883 नए केस सामने आए, जो कि राज्य में अभी तक के कुल केसों का 61.3 प्रतिशत है।


वहीं राजधानी मुंबई में गुरुवार को कोरोना के 991 नए केस रिपोर्ट हुए, जो कि किसी एक दिन में सबसे अधिक मामले हैं। अब मुंबई में 16 हजार 738 केस हैं। 25 मौत के साथ ही अब यहां मरने वालों का आंकड़ा 621 पहुंच गया है। इसके साथ ही पुणे (3314 केस, 175 मौत), ठाणे (3287 केस, 36 मौत), औरंगाबाद (716 केस, 19 मौत), सोलापुर (344 केस, 21 मौत), नासिक (807 केस, 34 मौत), नागपुर (317 केस, 2 मौत) भी कोरोना वायरस के चपेट में हैं।

इसके अलावा चौंकाने वाली बात यह है कि महाराष्ट्र में कोरोना ने सबसे अधिक युवा वर्ग को अपनी चपेट में लिया है। यहां 21 से 30 आयु वर्ग के 5262 केस, 31 से 40 आयु वर्ग के 5167 केस सामने आए हैं। यह अभी तक रिपोर्ट हुए कुल केसों का 42.8 प्रतिशत है। वहीं 11 से 20 साल के 1726 केस सामने आए हैं।

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