भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार कोरोना संकट के कारण अन्य प्रदेशों में फँसे मध्यप्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किया जा रहा है। अब तक 35 हजार श्रमिक प्रदेश में वापस आ चुके हैं।
अपर मुख्य सचिव एवं प्रभारी स्टेट कंट्रोल-रूम आई.सी.पी. केशरी ने बताया कि 35 हजार श्रमिकों में से 30 अप्रैल को 11 हजार 281 श्रमिक राजस्थान के जैसलमेर, सीकर, झुंझुनू और झालावाड़ से मध्यप्रदेश के नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर एवं गुना एन्ट्री प्वाइंट पर लाये गये हैं। इसी तरह गुजरात से करीब 500 लोग आज आये हैं। उत्तर प्रदेश से आज ही करीब एक हजार श्रमिक आयेंगे। इनको भोजन करवाने और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इनके गृह जिलों में भेजा जा रहा है। प्रतिदिन करीब 3-4 हजार लोग पैदल प्रदेश में आ रहे हैं। इसमें सर्वाधिक लोग उत्तर प्रदेश से आ रहे हैं। राजस्थान के मध्यप्रदेश में फँसे 4 हजार श्रमिकों को वापस भेजा गया है। प्रदेश से करीब 4 हजार श्रमिक उत्तर प्रदेश भेजे जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में फँसे प्रदेश के करीब 35 हजार श्रमिकों को पिछले 6 दिनों में उनके गृह स्थान पहुँचाया गया है।
गोवा में फँसे 1600 श्रमिकों को वापस लाने की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र में फँसे श्रमिकों को भी वापस लाने के लिये चर्चा की जा रही है।
गौरतलब है कि 29 अप्रैल तक गुजरात से 6 हजार, राजस्थान से 14 हजार और हरियाणा से 1350 श्रमिक वापस लाये गये थे। इन सबको उनके गृह स्थान पहुँचा दिया गया है।