भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना अब विकराल रूप में हैं। गुरुवार को सबसे ज्यादा प्रदेश में 361 मामले सामने आए हैं, जिसमें 244 अकेले इंदौर का है। भोपाल और इंदौर के बाद मध्यप्रदेश के 3 और जिलों ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। बीते कुछ दिनों में 100 से ज्यादा मामले इन्हीं जिलों से सामने आए हैं। ये तीनों जिले इंदौर के आसपास ही हैं।

कोरोना के सबसे ज्यादा केस अभी इंदौर में हैं। यहां कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 842 है। दूसरे नंबर पर भोपाल है, जहां मरीजों की संख्या 196 है। इंदौर के लिए चिंता की बात यह है कि मरीजों की संख्या के साथ-साथ मृतकों की संख्या भी बढ़ रही है। इंदौर में अभी तक 47 लोगों की मौत हुई है।


भोपाल और इंदौर में कोरोना से पहले ही स्थिति बेकाबू है। उसके बाद खंडवा, उज्जैन और खरगोन में कोरोना के मामले दनादन बढ़ रहे हैं। उज्जैन में 30, खरगोन में 39 और खंडवा में 33 मामले सामने आए हैं। इसके बाद सरकार ने इन जिलों में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। तीनों जिलों के 29 कंटेनमेंट क्षेत्र बनाकर उन्हें पूरी तरह सील कर दिया गया है।

जानें किस जिले में कितने मरीज

शहरकोरोना मरीजों की संख्या
इंदौर842
भोपाल196
ग्वालियर06
शाजापुर04
विदिशा13
शिवपुरी02
सतना02
सागर01
छिंदवाड़ा04
उज्जैन30
बड़वानी22
आगर-मालवा04
अलीराजपुर01
मुरैना14
मंदसौर08
श्योपुर03
जबलपुर13
होशंगाबाद15
उमरिया01
देवास18
रायसेन07
बैतूल01
टीकमगढ़01
खंडवा33
धार06
खरगोन39
रतलाम12

गौरतलब है कि देवास, होशंगाबाद, बड़वानी और रतलाम में भी मामले तेजी से बढ़े हैं। मध्यप्रदेश के 26 जिलों में कोरोना संक्रमित मरीज हैं। 26 जिले अभी भी कोरोना की पहुंच से दूर हैं। प्रदेश में कोरोना से अब तक 64 लोगों की मौत हुई है और 65 लोग ठीक होकर घर लौटे हैं।


उज्जैन में अभी कोरोना के 30 मरीज हैं, उनमें से 6 की मौत हो गई है। इस हिसाब से डेथ का प्रतिशत देखें तो यहां 20 फीसदी है। दुनिया के किसी भी शहर में इतनी तेजी से लोगों की मौत नहीं हुई है।

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