इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर नगर निगम कमिश्नर मनीष सिंह ने समीक्षा बैठक के दौरान अपनी मां के बीमार होने पर बिना अनुमति छुट्टी लेने वाले सब इंजीनियर की सेवाएं समाप्त कर दी है। लापरवाही के आरोप में दूसरे सविंदर को निलंबित कर दिया। अन्य शिकायतों में चार सब इंजीनियरों का वेतन राजसात करने के आदेश दिए हैं। इसके अलावा किराना सामग्री की होम डिलीवरी ना करने पर एक सफाई कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
नगर निगम कमिश्नर श्री आशीष सिंह ने रविवार को डोर टू डोर कचरा संग्रहण और किराना सामग्री सप्लाई की समीक्षा के दौरान लापरवाह कर्मियों पर यह कार्रवाई की। समीक्षा के दौरान निगमायुक्त को बताया गया कि जोन-14 के सब इंजीनियर योगेश जोशी 24 मार्च से ऑफिस नहीं आ रहे हैं। उन्होंने केवल वाट्सएप पर छुट्टी की सूचना दी है कि उनकी माताजी का स्वास्थ्य खराब है। इस संबंध में उन्होंने वरिष्ठ अफसरों से कोई सक्षम छुट्टी नहीं ली। आयुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के महत्वपूर्ण कार्य के दौरान बिना स्वीकृति के छुट्टी पर जाना और केवल वाट्सएप पर सूचना देना लापरवाही की श्रेणी में आता है, इसलिए उपयंत्री की सेवाएं तुरंत समाप्त की जाए।
जोन-13 वार्ड तीन के मस्टर सफाईकर्मी मनोज की डोर टू डोर किराना सामग्री वितरण में लापरवाही की शिकायत मिली। उसने ऑर्डर की पर्ची लेने के बाद सामग्री वितरण नहीं किया जिस पर आयुक्त ने मनोज की सेवाएं भी खत्म कर दी।
बैठक के दौरान बताया गया कि जोन-9 के सब इंजीनियर चंदनसिंह चंदेल लगातार काम में लापरवाही बरत रहे हैं और दिया गया काम नहीं कर रहे हैं। आयुक्त ने उन्हें निलंबित कर जलूद भेज दिया। इसी तरह जोन-12 के उपयंत्री अजय कटारे द्वारा काम में लापरवाही करने पर उनका सात दिन का वेतन राजसात करने के निर्देश दिए गए। जोन-6 के उपयंत्री राजेंद्र शर्मा का 15 दिन, उपयंत्री हीरालाल वर्मा का सात दिन और जोन-13 के उपयंत्री राजेश चैहान का सात दिन का वेतन भी राजसात करने के निर्देश आयुक्त ने अफसरों को दिए हैं।