इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में तमाम व्हाट्सएप ग्रुप्प पर कोरोना बीमारी से लेकर साम्प्रदायिक या अन्य कई तरह के फर्जी व अनर्गल मैसेज वायरल अथवा पोस्ट किए जा रहे हैं। हाल ही में ऐसे कई आपत्तिजनक मैसेज पर पुलिस ने कार्रवाई भी की। कल इसी तरह का एक मैसेज कलेक्टर के नाम से ही वायरल हो गया कि इंदौर में कर्फ्यू 30 अप्रैल तक बढा दिया गया है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इसे काफी गम्भीरता से लिया है।

इस बारे में कलेक्टर सिंह ने अंतिम चेतावनी देते हुए कहा है कि इंदौर में सभी व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन ग्रुप का कंट्रोल अपने अपने हाथ में ले ताकि ग्रुप का अन्य कोई शख्स ग्रुप पर पोस्ट नहीं कर सके। अब यदि सोशयल मीडिया पर कोई फर्जी, अनर्गल मैसेज आए तो सीधे जेल भिजवाऊंगा। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा। निजी अस्पतालों के असहयोग पर भी कलेक्टर ने कहा कि जो अस्पताल इस वक्त मदद नहीं करेगा, वह भविष्य में भुगतने को तैयार रहे। जो आज मदद नहीं करेगा उसे शहर की जनता और प्रशासन भविष्य में माफ नहीं करेगा।

कलेक्टर सिंह ने स्पष्ट किया है कि शहर में सब्जी का वितरण संक्रमण की संभावना को देखते हुए कठोरता के साथ प्रतिबंधित हैं। जो सब्जी बेचते पाए जाएंगे वे कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करेंगे उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजे जाने की कार्यवाही की जाएगी। इस संबंध में प्रशासन द्वारा कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के लिए शहर में अस्थाई जेल का नोटिफिकेशन आज जारी कर दिया जाएगा। जो कोई भी रहवासी या व्यावसायिक व्यक्ति कलेक्टर के कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करेगा तो यह माना जाएगा कि वह कोरोना संक्रमण से शहर को बचाने के उपायों का विरोध कर रहा है, उसे धारा 107 (116) और 151 में गिरफ्तार कर तब तक के लिए जेल भेजा जाएगा जब तक कर्फ्यू आदेश लागू रहेगा।

उन्होंने इंदौर के सभी व्यावसायिक व्यक्तियों और रहवासियों से कर्फ्यू और लॉकडाउन के आदेश का सख््ती से पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि इस शहर को संक्रमण से बाहर निकालने के लिए यही एक उपाय है और किसी भी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को इसका उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। जिला दंडाधिकारी द्वारा पुलिस को इस संबंध में सख््त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया है कि कोरोना प्रभावित क्षेत्रों में प्रत्येक 200 घरों के ऊपर आशा, आंगनवाड़ी एएनएम एवं डॉक्टर की ड्यूटी लगायी जा रही है। इन क्षेत्रों में लगायी गयी यह टीम 14 दिनों तक केवल उन्हीं क्षेत्रों में ड्यूटी कर रहवासियों के स्वास्थ्य की चिंता करेगी। कलेक्टर ने कहा है कि यह प्रयास होगा कि बीमार लोगों का इलाज उनके घरों पर भी हो जाए और आवश्यकता पडने पर ही उन्हें अच्छे अस्पताल में भर्ती कराकर आठ-दस दिनों में उन्हें स्वस्थ करा दिया जाए।

कलेक्टर ने बताया कि रानीपुरा, दौलतगंज, हाथी पाला, चम्पा बाग, नार्थ तोडा, साउथ तोड़ा और नयापुरा में लगभग 80 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। इन्हें साथ में दवाइयां भी दी गई है। इन कर्मचारियों का प्रशिक्षण नेहरू स्टेडियम में गत शाम कलेक्टर द्वारा सोशल डिस्टेंस के मापदंड का पालन करते हुए दिया गया था, यह दल आज से कार्य प्रारंभ कर देगा।

कलेक्टर ने यह भी बताया है कि इसी क्रम में चंदन नगर, तंजीम नगर, आजाद नगर में भी प्रत्येक 200 घरों में एक आशा कार्यकर्ता और एक अन्य अर्थात दो सदस्यीय दल की नियुक्ति डॉक्टरों के नेतृत्व में की जाएगी। यह आदेश आज और कल में प्रभावशील हो जाएगा।

कलेक्टर सिंह ने कहा है कि इस शहर को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक घर में रहवासी के स्वास्थ्य की चिंता अत्यंत आवश्यक हैं तथा जिला प्रशासन उसी क्रम में संवेदनशील होकर सभी उपाय सुनिश्चित कर रहा है। इन क्षेत्रों के रहवासी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से कलेक्टर ने अपील की है कि उनके द्वारा लगाए गए इन दलों को भरपूर सहयोग करें तथा कोरोना के संक्रमण से नहीं डरें। जिला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि बीमार लोगों को घर पर रहते हुए ही ठीक कर लिया जाए, बहुत जरूरी होने पर ही उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए।

कलेक्टर सिंह ने बताया कि नगर निगम के माध्यम से घर-घर जाकर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रचलित है। आज से नगर निगम प्रत्येक 1100 घरों पर एक किराना सप्लाईकर्ता नियुक्त कर रहा है। इसमें कुछ समस्याएं आ रही है जिन्हें अगले दो-तीन दिनों में दुरुस्त कर लिया जाएगा। जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं को घर-घर तक पहुँचाने के लिए संकल्पित प्रयास कर रहा है।

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