भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस संकट समाप्त होने पर वह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले स्थित गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे। चौहान ने कहा, ”कोरोना संकट समाप्त होने पर मैं स्वयं ‘गिरिराज जी की परिक्रमा’ करने जाऊंगा।” उल्लेखनीय है कि गोवर्धन और इसके आसपास के क्षेत्र को ब्रज भूमि भी कहा जाता है। यह भगवान श्री कृष्ण की लीलास्थली है। यहीं पर भगवान श्री कृष्ण ने द्वापर युग में ब्रजवासियों को इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिये गोवर्धन पर्वत अपनी कनिष्ठ अंगुली पर उठाया था। गोवर्धन पर्वत को भक्तजन गिरिराज जी भी कहते हैं।

चौहान ने जनता से अपील की है कि कोविड—19 महामारी के दौरान लोग मृत्युभोज :तेरहवीं: एवं विवाह सहित आदि का आयोजन न करें। चौहान ने शनिवार रात को दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने प्रदेश में कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे आग्रह किया गया है कि प्रदेश में आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर मनाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर समुदाय अथवा धर्म के लोग कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों में सहयोग कर रहे हैं तथा पिछले त्यौहार भी उन्होंने घर पर रहकर ही मनाए हैं।

चौहान ने कहा, ”मुरैना में संक्रमण फैलने का कारण दुबई से आए एक परिवार द्वारा वहां मृत्युभोज का आयोजन किया जाना था। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि इस संकट की घड़ी में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि का आयोजन न करें।” मालूम हो कि कोरोना वायरस संक्रमित 45 वर्षीय व्यक्ति विदेश यात्रा पर दुबई गया था और वह बंद लागू होने से पहले मुरैना वापस लौट आया था। वापस आने के बाद उसने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी नहीं दी थी। इसी दौरान इस व्यक्ति के किसी परिजन की किसी अन्य बीमारी से मौत हो गई थी, जिसके मृत्युभोज में कई लोग शामिल हुए थे। इस व्यक्ति के संपर्क में आने से उसकी पत्नी सहित 11 लोग मुरैना में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये और वायरस इलाके में तेजी से फैल गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पैदा हुई संकट की इस घड़ी में हम सब प्रधानमंत्री के सुझावों पर पूरा अमल करें तथा उनके साथ खड़े होकर संकट का सामना करें। घर पर ही रहकर योग, व्यायाम, ध्यान करें, पढ़ें-लिखें, परिवार को समय दें। कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई को पूरे हौसले के साथ लड़ें और प्रार्थना जरूर करें। सभी धर्मों के लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि हम इस महामारी की चपेट से शीघ्र बाहर निकलें।’ । भोपाल, पांच अप्रैल (भाषा) मध्य प्रदेश के

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस संकट समाप्त होने पर वह उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले स्थित गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करेंगे। चौहान ने कहा, ”कोरोना संकट समाप्त होने पर मैं स्वयं ‘गिरिराज जी की परिक्रमा’ करने जाऊंगा।” उल्लेखनीय है कि गोवर्धन और इसके आसपास के क्षेत्र को ब्रज भूमि भी कहा जाता है। यह भगवान श्री कृष्ण की लीलास्थली है। यहीं पर भगवान श्री कृष्ण ने द्वापर युग में ब्रजवासियों को इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिये गोवर्धन पर्वत अपनी कनिष्ठ अंगुली पर उठाया था। गोवर्धन पर्वत को भक्तजन गिरिराज जी भी कहते हैं। चौहान ने जनता से अपील की है कि कोविड—19 महामारी के दौरान लोग मृत्युभोज :तेरहवीं: एवं विवाह सहित आदि का आयोजन न करें।

चौहान ने शनिवार रात को दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने प्रदेश में कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे आग्रह किया गया है कि प्रदेश में आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर मनाए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर समुदाय अथवा धर्म के लोग कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों में सहयोग कर रहे हैं तथा पिछले त्यौहार भी उन्होंने घर पर रहकर ही मनाए हैं।

चौहान ने कहा, ”मुरैना में संक्रमण फैलने का कारण दुबई से आए एक परिवार द्वारा वहां मृत्युभोज का आयोजन किया जाना था। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि इस संकट की घड़ी में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि का आयोजन न करें।” मालूम हो कि कोरोना वायरस संक्रमित 45 वर्षीय व्यक्ति विदेश यात्रा पर दुबई गया था और वह बंद लागू होने से पहले मुरैना वापस लौट आया था। वापस आने के बाद उसने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी नहीं दी थी। इसी दौरान इस व्यक्ति के किसी परिजन की किसी अन्य बीमारी से मौत हो गई थी, जिसके मृत्युभोज में कई लोग शामिल हुए थे। इस व्यक्ति के संपर्क में आने से उसकी पत्नी सहित 11 लोग मुरैना में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये और वायरस इलाके में तेजी से फैल गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पैदा हुई संकट की इस घड़ी में हम सब प्रधानमंत्री के सुझावों पर पूरा अमल करें तथा उनके साथ खड़े होकर संकट का सामना करें। घर पर ही रहकर योग, व्यायाम, ध्यान करें, पढ़ें-लिखें, परिवार को समय दें। कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई को पूरे हौसले के साथ लड़ें और प्रार्थना जरूर करें। सभी धर्मों के लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि हम इस महामारी की चपेट से शीघ्र बाहर निकलें।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *