भोपाल ! मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रैगिंग से परेशान आत्महत्या करने वाली फार्मेसी की छात्रा के सुसाइड नोट में जिन चार छात्राओं व एक शिक्षक के नाम का उल्लेख था उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय ने सभी को 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। राजधानी के आरकेडीएफ कॉलेज के फार्मेसी के दूसरे वर्ष की छात्रा अनीता शर्मा ने बुधवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। छात्रा ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें चार छात्राओं द्वारा रैगिंग लेने व शिकायत के बावजूद एक शिक्षक द्वारा सहयोग न करने का जिक्र था। इसी आधार पर गुरुवार को पुलिस ने पांचों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को 22 अगस्त तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इससे पहले गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक अंशुमान सिंह को निर्देश दिया था कि मृतक फार्मेसी छात्रा अनीता शर्मा ने सुसाइड नोट में जिनका नाम लिखा है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार करें। गृह मंत्री ने जीवन विहार अपार्टमेन्ट में अनीता के घर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।
गृह मंत्री ने कहा है कि जानकारी के बाद भी प्रबंधन ने अगर कोई कदम नहीं उठाया है तो उनके विरुद्घ भी सख्त कार्रवाई करें। एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक तुरंत बुलाने और निर्देशानुसार सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
अनीता के परिजनों का कहना है कि उसने मंगलवार को महाविद्यालय से लौटने के बाद अपने भाई हेमंत को बताया था कि उसे चार वरिष्ठ छात्राएं परेशान करती है। भाई ने उसे ढांढस बंधाते हुए कहा था कि पापा के मुम्बई से आने पर बताएंगे, और आवश्यक कदम उठाएंगे।
छात्रा जब घर में अकेली थी तभी उसने बुधवार को जीवन विहार सोसायटी स्थित आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अनीता ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है, “जब से वह महाविद्यालय में आई तभी से उसे परेशान किया जा रहा है, एक साल कैसे काटा यह मैं ही जानती हूं, मेरे से कॉपी लिखवाई, इस बात की सर से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि वरिष्ठों की बात माननी पड़ती है।
वरिष्ठ छात्राएं चेहरे पर तेजाब डालने व दुष्कर्म करने की धमकी तक दे रही हैं। मैं पढ़ने में पहले कमजोर थी लेकिन अब इतनी मेहनत करने लगी थी कि 75 फीसदी तक अंक लाऊं। आज इन लोगों ने मेरे साथ किया है, वैसा कल किसी और के साथ भी करेंगी, इन्हें इसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए।
इस मामले को सरकार ने गंभीरता से लिया है। राज्य के मुख्य सचिव आर. परशुराम ने जिम्मेदार अधिकारियों को सरकार की ओर से जारी निर्देशों पर सख्ती से अमल करने के निर्देश दिए हैं। मुख्य सचिव ने गुरुवार को विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक कर रैगिंग की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया।