नई दिल्ली कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने अपने ब्लॉग के जरिए मध्य प्रदेश में बालू के अवैध खनन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं की भूमिका पर मंगलवार को सवाल खड़े किए। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, “उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को परेशान किए जाने के बाद से बालू माफिया और अवैध खनन का मुद्दा सुर्खियों में है। बहरहाल, मीडिया ने मध्य प्रदेश में ठीक ऐसी दो घटनाओं को अधिक महत्व नहीं दिया, जहां बालू ठेकेदारों को दंडित करने की कोशिश करने वाले अधिकारियों को परेशान किया गया।”
उन्होंने कहा कि बालू अब एक ऐसा खनिज है, जो नेताओं और ठेकेदारों और अधिकारियों के लिए पैसा बनाने का साधन बन गया है। ब्लॉग के अनुसार बालू खनन के लिए नीलामी का अधिकार ग्राम पंचायतों को है और कांग्रेस शासन के दौरान उनकी रायल्टी बरकरार रखी गई थी। भाजपा सरकार जब सत्ता में आई तो उसने ग्राम पंचायतों के इस अधिकार को छीन लिया। उन्होंने लिखा है कि अब सभी बालू खदानें मध्य प्रदेश राज्य खनन निगम को दे दी गई हैं और भाजपा सरकार उसे अपने मनमाफिक लोगों को आवंटित करती है। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्वाचन क्षेत्र बुधनी के नसरूल्लागंज में बालू का खनन जोरों पर है। यह विधानसभा क्षेत्र विदिशा लोकसभा क्षेत्र के भीतर आता है, जिसका प्रतिनिधित्व सुषमा स्वराज करती हैं। कांग्रेस नेता ने कहा है, “क्या भाजपा नेतृत्व जो बालू माफिया के खिलाफ होने का दावा करता है, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कोई स्पष्टीकरण मांगेगा और कार्रवाई करेगा? असंभव! भाजपा दोहरी बातें करने में पारंगत है और अवैध खनन से लाभान्वित है।”