भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच अब सभी की निगाहें उच्च्तम न्यायालय में आज होने वाली सुनवायी और राज्यपाल लालजी टंडन के अगले कदम पर टिकी हुयी हैं। राज्यपाल लालजी टंडन ने कल फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि वे मंगलवार को विधानसभा में बहुमत साबित करें, अन्यथा यह माना जाएगा कि सरकार बहुमत में नहीं है। टंडन ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्होंने सोमवार को बहुमत साबित करने के लिए कहा था, लेकिन उसकी भी अनदेखी की गयी। राज्यपाल ने अपने पत्र में तल्ख टिप्पणियां भी की हैं।

वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित नहीं करने के बाद उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गयी है। इसमें अनुरोध किया गया है कि अदालत सरकार को बारह घंटे में बहुमत साबित करने के आदेश दे। इस बीच बंगलूर में मौजूद त्यागपत्र दे चुके कांग्रेस के लगभग 22 विधायकों ने आज बंगलूर में मीडिया से सामूहिक रूप से बात की। इन्होंने कहा कि उन्हें बंधक नहीं बनाया गया है। वे स्वेच्छा से आए हैं और सभी मौजूदा कमलनाथ सरकार से संतुष्ट नहीं हैं।

कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट में अपनी मनमानी दिखाई और राज्यपाल का आदेश नहीं माना तो राष्ट्रपति शासन की संभावना बढ गई है।

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