ग्वालियर। बीती रात मोची ओली में फोम की दुकान में भड़की आग से वृद्ध दंपत्ति की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। आग लगने की वजह दुकान के मंदिर में लगाया दीपक बताया जा रहा है। जिससे आग भड़की और घर की सबसे ऊपर की मंजिल पर सो रहे वृद्ध दंपत्ति की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
मोची ओली में फोम गद्दे की बालाजी इंटरप्राइजेस फर्म के संचालक हरीश शिवहरे की दुकान में बीती रात को आग भड़क गई थी। दरअसल रात को दुकान में हरीश ने दीया जलाया था। इसके बाद रात साढ़े आठ बजे के आसपास दुकान बंद कर दी थी,आधे घंटे बाद दुकान से आग की लपटें उठने लगी। आग इतनी तेजी से गद्दों और कालीन में लगी कि मकान की ऊपरी मंजिल तक पहुंच गई। दुकान की इमारत में पहली मंजिल और दूसरी मंजिल पर हरीश का परिवार रहता था। उसकी पत्नी और दो बच्चे बीच वाली मंजिल पर थे। जबकि वद्ध विकलांग मां- बाप सबसे ऊपर वाली मंजिल पर आराम कर रहे थे। आग भड़की तो ऊपर और नीचे ऊतरने का रास्ता आग की लपटों मे घिर गया। आखिरकार खिड़की से कूदकर हरीश ने अपनी जान बचाई। इसके बाद आस पड़ोस के लोग इकट्ठा हो गए। उन्होने हरीश की पत्नी व बच्चों को पहली मंजिल से कूदते वक्त चादर और रस्सी के सहारे बचा लिया। इस दौरान हरीश के तीन साल के बेटे के हाथ पैर में फ्रेक्चर हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। वही घर की दूसरी मंजिल पर वृद्ध पिता प्रेम नारायण व मां रामबाई फंस गए थे। सुबह सात बजे तक उनका कोई सुराग नही लगा। आखिर में एक घंटे बाद हड्डियां मिली। पास में वॉकर भी मिला है। जिसके सहारे लकवे के मरीज प्रेमनारायण चलते थे। वही सीढ़ियों के पास भी हड्डियां मिली है। आशंका है कि यहा रामबाई की मौत हुई होगी। पुलिस ने अवशेष बरामद कर फोरेंसिक जांच के लिए डैड हाउस भेज दिए है।
भीषण आग में शिवहरे परिवार का सब कुछ जलकर स्वाहा हो गया। मकान पूरी तरह से आग से जलकर बर्बाद हो गया। इसके साथ ही घर और दुकान में रखी नगदी और गहने भी जलकर खाक हो गए। आशंका है कि दुकान में भरे माल के साथ साथ कुल दो करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।