भोपाल। भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों के बीच 5 दिन से लापता कांग्रेस विधायक बिसाहू लाल सिंह रविवार को बेंगलुरु में मिले। खबर लगते ही कमलनाथ ने पर्यटन मंत्री को इंदौर-बेंगलुरु की फ्लाइट से पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल को बेंगलुरु भेजा। इंदौर से उन्हें भोपाल लाने के लिए सीएम ने सरकारी हवाई जहाज भेजा है। भोपाल आते ही बिसाहू लाल सीधे कमलनाथ से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के दो विधायक हरदीप सिंह और रघुराज कंषाना अब भी लापता हैं। दोनों के जल्द वापस लौटने की संभावना जाहिर की जा रही है। हालांकि, हरदीप सिंह अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को पहले ही भेज चुके हैं।
पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने एक सेल्फी पोस्ट की है, जिसमें वे बिसाहू लाल के साथ नजर आ रहे हैं। बिसाहू लाल सिंह ने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ शुरू से था और हमेशा कांग्रेस के साथ ही रहूंगा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को उनका पूरा समर्थन है। बिसाहू लाल के बेटे तेज प्रताप ने शुक्रवार को भोपाल में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बिसाहू लाल दिग्विजय सिंह गुट के माने जाते हैं। वे 1980 में पहली बार विधायक चुनकर आए थे। अभी तक वे 5 बार कांग्रेस के विधायक बने हैं। दिग्विजय सिंह सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री, ऊर्जा मंत्री और आदिवासी विकास मंत्री रहे हैं। बताया जा रहा है कि वरिष्ठ होने के बाद भी मंत्री नहीं बनाए जाने से कमलनाथ से नाराज चल रहे हैं।
3 मार्च की सुबह दिग्विजय सिंह के ट्वीट कर भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए और कहा कि कांग्रेस विधायकों को दिल्ली ले जाया गया। शाम को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया।
4 मार्च को दोपहर को सपा के राजेश शुक्ला (बब्लू), बसपा के संजीव सिंह कुशवाह, कांग्रेस के ऐंदल सिंह कंसाना, रणवीर जाटव, कमलेश जाटव और बसपा से निष्कासित राम बाई भोपाल पहुंचीं। कांग्रेस के बिसाहूलाल, हरदीप सिंह डंग, रघुराज कंसाना और निर्दलीय सुरेंद्र सिंह शेरा की लोकेशन नहीं मिल रही थी। दिग्विजय ने फिर आरोप लगाया कि भाजपा ने 4 विधायकों को जबरन गुड़गांव से बेंगलुरु शिफ्ट किया है।
5 मार्च को कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया। कांग्रेस के एक अन्य लापता विधायक बिसाहूलाल सिंह के बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज कराई।
6 मार्च को कमलनाथ ने कैबिनेट की बैठक ली, सभी विधायकों को भोपाल बुलाया। दिल्ली में नरेन्द्र सिंह तोमर के घर भाजपा नेताओं की बैठक जारी। भाजपा विधायक पीएल तंतुवाय के गायब होने की खबरें आईं। दोपहर में वे सामने आए और कहा- मेरा फोन बंद था, गायब नहीं हुआ।
7 मार्च को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कवि हरिवंशराय बच्चन की कविता ‘अग्निपथ’ ट्वीट की है। इसके बाद उन्होंने प्रदेशवासियों के नाम पत्र जारी कर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा- ‘मैं यह कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था कि सत्ता की लोलुपता भाजपा के नेताओं को इस कदर नैतिक पतन की ओर ले जाएगी कि वे प्रदेश के नागरिकों के प्रजातंत्रीय निर्णय की ही सौदेबाजी करने लगेंगे।’
7 मार्च को निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा शनिवार को भोपाल लौटे। सीएम हाउस में मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शेरा ने कहा कि कमलनाथ राम हैं तो मैं उनका हनुमान हूं। सरकार में उन्हें जल्द बडी जिम्मेदारी मिलेगी। देर शाम शेरा फिर दिल्ली चले गए। रविवार दोपहर शेरा मुंबई पहुंच गए।