इंदौर। मध्यप्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रमों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा राज्य की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लग रहे आरोपों के बीच भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सवालिया लहजे से आज कहा कि आगे आगे देखिये होता है क्या। विजयवर्गीय ने यहां अपने निवास पर कांग्रेस द्वारा विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों से जुड़े पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर में कहा कि इस मामले में से भाजपा का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ये सबको मालूम है कि यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई का नतीजा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य की जनता से चुनाव के पहले कई लुभावने वादे किये थे, लेकिन सरकार बनने के बाद वादे पूरे नहीं हुए।
यही वजह है कि कांग्रेस के विधायकों में सरकार के प्रति गुस्सा है। उन्होंने सरकार को अस्थिर करने के लग रहे आरोपों पर कहा कि यदि इस तरह सरकार बनानी होती तो हम उसी दिन सरकार बना लेते जिस दिन हमें महज 4-5 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता थी। उन्होंने दावा किया की तब भी विधायक आने के लिए तैयार थे। उन्होंने कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के लग रहे कयासों पर कहा कि कांग्रेस के युवा विधायक जानते है कि दिल्ली और भोपाल में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि अपने भविष्य को लेकर कांग्रेस के युवा विधायक असुरक्षा महसूस कर रहे हैं।