भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मध्यप्रदेश में बीजेपी नेताओं द्वारा कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त का सनसनीखेज आरोप लगाए जाने के जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने भोपाल में संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। दोनों ने कहा कि कांग्रेस के विधायक अपने आप टूट रहे हैं। सरकार अपने विधायकों को संभालने में नाकाम है। यह किसी प्रकार की कोई खरीद-फरोख्त नहीं हो रही।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने झूठ बोलकर सनसनी फैलाई है। ये उनकी आदत है। उन्होंने कहा, ‘ये ब्लैकमेलिंग है। दिग्विजय सिंह का कोई काम नहीं हुआ होगा। उनके दिमाग का कोई आकलन नहीं कर सकता है। उनके दिमाग में फितूर चलता रहता है।’
शिवराज के साथ नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश की संस्कृति ऐसी कभी नहीं रही। भार्गव ने कहा कि दिग्विजय सिंह सभी विधायकों को सामने लेकर आएं। कौन से विधायक हैं जिन्होंने उनसे संपर्क किया है, ये बताना चाहिए। मैं इसकी निंदा करता हूं। यह विधायकों और लोकतंत्र का अपमान किया है। कांग्रेस गुटों में बंटी हुई है। उन्हें अपनी चिंता करना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं किसी विधायक से संपर्क नहीं करता। आत्मा की आवाज से कोई भी आ सकता है। यह अपने लोगों को बांधे रखने के लिए उनका एक उपक्रम है।’
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर काफी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह आरोप दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर लगाए हैं। दिग्विजय ने शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह लोग कांग्रेस के विधायकों को 25 से 35 करोड़ तक का ऑफर दे रहे हैं। मैं बिना तथ्यों के कोई आरोप नहीं लगाता हूं। शिवराज और नरोत्तम में सहमति बन गई है। एक मुख्यमंत्री तो दूसरा डिप्टी सीएम बनने का सपना देख रहे हैं। दोनों कांग्रेस विधायकों को फोन कर संपर्क कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि विधायकों से कहा जा रहा है कि 5 करोड़ अभी ले लो, दूसरी किस्त राज्यसभा चुनाव में और तीसरी किस्त सरकार गिराने के बाद देंगे। इस सनसनीखेज आरोप के बाद प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है।