इंदौर। इंदौर में लोगों से आयुर्वेदिक दवाईयों की डीलरशीप के नाम पर लाखों की ठगी करने वाला आरोपी क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में आया है। उसके द्वारा कई लोगों को मोटी रकम का चूना लगाया गया। उसके पास से 03 कंप्यूटर सिस्टम, 10 मोबाईल व अन्य उपकरणों सहित दस्तावेज बरामद हुए हैं।
इस मामले में आवेदक आयुष श्रीवास्तव पिता हेमराज श्रीवास्तव निवासी 5/18 विपुल खण्ड, 05 गोमतीगनर लखनऊ द्वारा क्राईम ब्रांच इंदौर में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि आरोग्यांजलि आयुर्वेदिक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के स्वामी कपिल करदिले द्वारा उसको कंपनी की डीलरशीप उपलब्ध कराने का प्रलोभन दिया गया, जिसके एवज में आवेदक आयुष ने कंपनी के स्वामी अनावेदक कपिल को 03 लाख रूपये दिये थे, किंतु ना ही डीलरशीप दी गई और ना कंपनी द्वारा डीलरशीप में बेचने हेतु आयुर्वेद दवाईयों का माल उपलब्ध कराया गया ना ही उसके द्वारा दिये गये 03 लाख रूपये वापस लौटाये गये।
जांच के दौरान यह ज्ञात हुआ कि आरोग्यांजलि आयुर्वेदिक प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के स्वामी कपिल करदिले एवं उसके अन्य साथियों द्वारा बीसीएम हाईट्स इंदौर में आॅफिस स्थापित कर लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर, डीलरशीप, सेल्स तथा अन्यय प्रकार के फायदों का प्रलोभन देकर, कई लोगों से लाखों रूपये ऐंठ लिये गये। आरोपी कपिल करदिले द्वारा इसी प्रकार मंयक तिवारी, रोहित मंधान, महेश महतो एवं अन्य के साथ भी ठगी की।
जांच के दौरान तस्दीक करने पर बीसीएम हाईट्स में आरोपी का आॅफिस बंद होना पाया गया जोकि वर्तमान में कंपनी का नाम बदलकर आरोग्य ऋषि नामक फर्जी संस्था अन्यत्र जगह से संचालित कर लोगों को झांसे में फंसाने का कार्य कर रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने बताया कि वर्ष 2016 में उसने आरोग्यांजलि आयुर्वेदिक प्राईवेट लिमिटेड खोली थी जोकि पंजीकृत संस्था थी तथा बीसीएम हाईट्स बिल्डिंग में इसका संचालनालय था लेकिन वर्ष 2019 तक ठगी की कई वारदातें करने के बाद उसने आरोग्यांजलि आयुर्वेदिक प्राईवेट लिमिटेड को बदलकर, आरोग्य ऋषि नामक संस्था बना लिया था जोकि अवैध थी जिसके कोई वैधानिक दस्तावेज उपलब्ध नहीं थे तथा इसका संचालनालय सांई संपदा बिल्डिंग विजयनगर में स्थापित किया था।
इस प्रकार अवैध संस्था के नाम पर लोगों को डीलरशीप देने का प्रलोभन देकर वह देश कि विभिन्न शहरों के लोगों से मोटी रकम ऐंठ रहा था। अभी तक महेश महतो निवासी गाजियाबाद से 2 लाख 35 हजार, विशाल गलाटे औरंगाबाद से 01 लाख, आयुष श्रीवास्तव लखनउ से 3 लाख, रोहित मदान निवासी करनाल से 02 लाख, मयंक तिवारी लखनउ से 01 लाख, सतीष निवासी गुजरात से 2 लाख 50 हजार, राजीव निवासी मुरादाबाद से 01 लाख 25 हजार, लक्ष्मीकांत निवासी प्रयागराज से 01 लाख, अन्नू निवासी बाम्बे से 01 लाख 83 हजार, अजय भान निवासी दिल्ली से 01 लाख, आनंद निवासी रांची, 02 लाख, अमन निवासी दिल्ली से 80 हजार, प्रदीप चंदेल निवासी चंडीगढ से 85 हजार, विजय निवासी राजस्थान से 80 हजार रमेष गिररी व धर्मेन्द्र निवासी उदयपुर से 80-80 हजार रूपये की ठगी की बात सामने आई है।
आरोपी की आरोग्य ऋषि नामक संस्था के संचालनालय सांई संपदा बिल्डिंग विजयनगर के कार्यालय में दविश देने पर वहां से 03 कंप्यूटर, 10 मोबाईल व अन्य दस्तावेज बरामद हुयें हैं। आरोपी स्नातक पास है तथा पूर्व में एचडीएफसी बैंक में नौकरी करता था।