भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल निवासी एक सेवानिवृत इंजीनियर को 70 साल की उम्र में शादी करने का भूत सवार होने पर उन्होंने अपने लिए एक दुल्हन के लिए अखवार में विज्ञापन देकर अपने लिए आखिरकार दुल्हन की तलाश कर ही ली। विज्ञापन के जरिए मिली दुल्हन से उन्होंने शादी भी कर ली। एक दिन की बनी दुल्हन इंजीनियर को लाखों के जेवरात लेकर फरार भी हो गई। ईश्वर को साक्षी मानकर सेवानिवृत इंजीनियर ने जिस गरीब महिला को अपनी दुल्हन बनाया, वह एक लुटेरी दुल्हन निकली। जांच में पता चला कि लुटेरी दुल्हन ने अपने पति के साथ मिलकर राजस्थान के कोटा में भी एक बुजुर्ग को ठगा है। कोटा क्राइम ब्रांच ने दोनों जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया है।
एक साल पहले कोलार रोड निवासी 70 वर्षीय रिटायर्ड इंजीनियर की पत्नी का निधन हो गया था। एक बेटा है, जो प्रदेश से बाहर रहता है। अकेलापन महसूस होने पर उन्होंने कुछ दिनों पहले अखबार में वैवाहिक विज्ञापन दिया। इसके दो दिन बाद शंकर दुबे नाम से एक व्यक्ति ने उन्हें कॉल किया। कहा मैं मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के भितरवार गांव से बोल रहा हूं। मैंने पेपर में विज्ञापन देखा था। मेरे घर के पास ही करीब 40 वर्ष की रानी मिश्रा नाम की एक गरीब महिला रहती है, जो अविवाहित है। बचपन में एक गाय ने उसके पेट में सींग मार दिया था, इसलिए वह मां नहीं बन सकती। यही वजह रही कि उसकी शादी नहीं हो सकी है। यदि आप उसे स्वीकार कर लें तो उसे भी सहारा मिल जाएगा। झांसे में आकर इंजीनियर ने शादी करने के लिए हामी भर दी। बीती 19 फरवरी को दोनों जालसाज इंजीनियर के घर आए और 20 फरवरी को ईश्वर को साक्षी मानकर रानी से इंजीनियर ने शादी कर ली। इंजीनियर ने अपनी पहली पत्नी के जेवर रानी को पहनने के लिए दे दिए।
शादी के दूसरे ही दिन दुल्हन ने अपने 70 वर्षीय पति से बोला कि उसकी मॉं की तवियत खराब हो गई है। वह अपनी मॉं के पास जा रही है। कुछ दिन बाद दुल्हन का फोन आया कि उसकी मॉं का निधन हो गया है। वह उनकी तेरहवीं के बाद आएगी। लेकिन वह नहीं आई। 70 साल में शादी करने पर वह लुटेरी दुल्हन की रिपोर्ट भी पुलिस में नहीं कर पाए।
पत्नी के लौटने का इंतजार कर रहे इंजीनियर को कोटा के बोरखेडा थाना क्षेत्र से कॉल आया था। कॉलर ने कहा कि मुझे एक महिला की कॉल डीटेल में आपका नंबर मिला है। क्या आप इसे जानते हैं? इंजीनियर ने कहा कि हां, वह मेरी पत्नी है। कॉलर ने तस्वीर मांगी। वॉट्सएप पर तस्वीर भेजते ही उसने जवाब दिया, इसने तो मेरे साथ भी शादी की थी। मेरी पत्नी के जेवर और नकदी लेकर भागी है। सच्चाई पता लगाने के लिए इंजीनियर ने कॉल किया तो रानी का फोन स्विच्ड ऑफ था।
एएसपी निश्चल झारिया ने बताया कि तकनीकी जांच के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। शंकर ने इंजीनियर से खुद को रानी का पडोसी बताया था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि शंकर का असली नाम रामफल शुक्ला है और रानी का सुनीता शुक्ला। वह रामफल की पत्नी है। दोनों सतना के रहने वाले हैं। कोटा में हुई घटना के दौरान भी रानी उर्फ सुनीता ने मां की तबीयत बिगडने और उनका निधन होने का बहाना बनाकर ये वारदात की थी।