मध्य प्रदेश सरकार ने धार जिले को1127 करोड़ रुपये की माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना की सौगात दी है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए।
अपने संबोधन में कमलनाथ ने शिवराज सरकार के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि इस दौरान बड़ी संख्या में केवल घोषणाएं ही की गई। उन्होंने कहा कि 1127 करोड़ की जो जल परियोजना 106 गांवों के लिए दी गई है, उससे न केवल डही क्षेत्र, बल्कि धार जिले का नया इतिहास बनेगा और निवेश बढ़ेगा।
सीएम ने कहा कि आदिवासियों के लिए जो भी नीति बनाई, वह इंदिरा गांधी ने बनाई थी। हमारी सोच में खोट नहीं है। अब प्रदेश के नौजवानों के भविष्य को बेहतर बनाने की चुनौती हमारे सामने है। यह तभी संभव होगा, जब मप्र की पहचान बदली जाए, निवेश लाया जाए तथा आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए।
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में 70 प्रतिशत कृषि क्षेत्र है। यहां किसानों को न्याय नहीं मिलता है। सही मूल्य न मिले तो बढ़ते उत्पादन का किसान क्या करें। हम किसानों और नौजवानों के लिए नई आर्थिक नीति बनाने की दिशा में प्रयासरत है, लेकिन तिजोरी हमें खाली मिली है, उसे लेकर बड़ी चुनौती भी हमारे सामने है। फिर भी वित्तीय प्रबंधन के सहारे इससे निपटेंगे। किसानों का कर्ज माफ करने से भी निवेश बढ़ेगा।
कार्यक्रम में मौजूद नर्मदा घाटी विकास मंत्री सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने अपने संबोधन में कई बार मुख्यमंत्री कमलनाथ को साहब कहकर संबोधित किया और कहा कि अब योजना के बाद डही के हर खेत तक पानी जाएगा। उन्होंने कहा कि कुक्षी के साथ जिले की अन्य सिंचाई परियोजना का प्रस्ताव भी हमारे पास है। जिससे भविष्य में कुक्षी, निसरपुर सहित जिले के गांव-गांव में पानी पहुंचाने की योजना पर काम किया जाएगा।