सूरत। 10वीं और 12वीं की परीक्षा में नकल रोकने के लिए गुजरात शिक्षा बोर्ड ने परीक्षार्थियों पर कई अजीब तरह की पाबंदियां लगा दी हैं। कोई छात्र परीक्षा कक्ष से अकेले वॉशरूम में नहीं जा पाएगा। उसके साथ स्कूल का एक कर्मचारी भी जाएगा। कर्मचारी यह भी नजर रखेगा कि विद्यार्थी टॉयलेट में ज्यादा समय तो नहीं लगा रहा है। इस बारे में बोर्ड ने गाइड लाइन जारी की है। स्कूलों को इस गाइड लाइन का पालन करने को कहा गया है।
हिदायत भी दी है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी को भी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। गाइड लाइन के अनुसार किसी भी छात्र को परीक्षा का समय पूरा होने से पहले क्लास से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा अब छात्रों की ही निगरानी में क्लास रूम में प्रश्नपत्र खुलेंगे। बोर्ड ने यह भी कहा है कि अब स्कूलों में नक़ल किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परीक्षा कक्ष से वॉशरूम जाने पर बच्चों पर नजर रखने के लिए स्कूल को एक कर्मचारी की व्यवस्था करनी पड़ेगी। छात्र ने वॉशरूम में कितना समय बिताया इसका भी ध्यान रखा जाएगा। संदेह होने पर उससे पूछताछ की जाएगी।
बोर्ड ने पहली बार नियम लगाया है कि परीक्षा शुरू होने के पहले क्लास रूम में प्रश्नपत्र के पैकेट खोलने के लिए पहले छात्रों के हस्ताक्षर भी लिए जाएं। इससे पहले प्रश्नपत्र के पैकेट नहीं खोले जा सकेंगे। बोर्ड को इस बात की शिकायत मिली थी कि पिछली बार परीक्षा रूम में प्रश्नपत्र का पैकेट खुला हुआ आया था। बोर्ड ने नकल रोकने के लिए आदेश जारी किया है कि कोई भी छात्र क्लासरूम में जूते-मोजे पहनकर नहीं जा सकेगा। स्कूल परीक्षा कक्ष के बाहर ही जूते-मोजे निकालने पड़ेंगे। जूते-मोजे चेक करने के बाद छात्रों की जांच की जाएगी।
परीक्षार्थी अगर किसी भी कक्षा निरीक्षक के साथ विवाद करेगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। खंड निरीक्षकों को भी चेतावनी दी गई है कि जांच के नाम पर किसी भी छात्र को मानसिक रूप से परेशान ना किया जाए अन्यथा उन पर भी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड का कहना है कि नकल रोकने के लिए छात्रों पर सख्ती तो की जाएगी, उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा। नकल करते पाए जाने पर भी छात्रों के साथ ज्यादती नहीं होगी।
गुजरात शिक्षा बोर्ड के सेक्रेटरी डीएस पटेल के मुताबिक परीक्षा के दौरान कई बार छात्र वॉशरूम या टॉयलेट में किताबें और गाइड छिपाकर रखते हैं। बाद में वहां जाकर उत्तर देखकर आते हैं, इसलिए अब छात्र वॉशरूम जाएगा तो कर्मचारी इस बात पर नजर रखेगा कि वहां उसने कितना समय लगाया। संदेह होने पर जांच की जाएगी।
स्कूलों को परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे। इसकी जांच स्क्वायड टीम किसी भी समय कर सकती है। इसके अलावा परीक्षा हॉल् में नकल करते पकड़े जाने पर छात्र को निकाला नहीं जाएगा। उसे दूसरा प्रश्न पत्र दिया जाएगा। अगर छात्र प्रवेश पत्र लेकर नहीं आया है, तो उसे भगाया नहीं जाएगा। बोर्ड से वेरिफाई करके उसे परीक्षा में बैठने देने का प्रावधान किया गया है।
बोर्ड की गाइड लाइन
1. परीक्षा कक्ष में जूते-मोजे पहनकर नहीं जा पाएंगे छात्र
2. वॉशरूम जाने पर एक एक कर्मचारी छात्र पर नजर रखेगा
3. वॉशरूम में ज्यादा समय लगा तो जांच की जाएगी
4. प्रश्नपत्र के पैकेट खोलने से पहले छात्रो के भी हस्ताक्षर लिए जाएंगे
5. परीक्षा हॉल निरीक्षक से विवाद किया तो छात्र पर होगी कार्रवाई
6. नकल करते पकड़े जाने पर छात्र को वह प्रश्न पत्र नहीं देने दिया जाएगा, दूसरा प्रश्नपत्र दिया जा सकता है
समस्याएं बढ़ जाएंगी
स्कूल संगठन के दीपक राजगुरू ने कहा कि बोर्ड के इस गाइड लाइन स्कूल की समस्या बढ़ जाएगी। यह कैसे तय करेंगे कि बच्चा टॉयलेट में गया है, तो नकल ही कर रहा होगा। हर जगह प्यून रखना संभव नहीं है। टॉयलेट तक पीछा करना बिलकुल गलत है।