भोपाल ! मध्य प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखंड में आई आपदा में फंसे राज्य के पीड़ितों को निकालने के लिए जरूरत के मुताबिक कम वजन के हेलीकॉप्टर की तलाश की जा रही है। वहीं यात्रियों को वापस लाने के लिए हरिद्वार में 10 बसों की तैनाती की गई है। आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड की वर्तमान परिस्थितियों के बीच भारी हेलीकॉप्टर को उतारने में परेशानी आ रही है, इसके चलते राज्य सरकार पूरे देश से तलाश कर कम वजनी (लाइटवेट) हेलीकाप्टर की व्यवस्था के प्रयास कर रही है। एक हेलीकॉप्टर बेंगलुरू से रवाना हो रहा है। इसके अलावा राज्य से भेजी गईं 10 बसें हरिद्वार पहुंच गई हैं।
उत्तराखंड प्रातिक आपदा में फंसे प्रदेश के तीर्थयात्रियों को सुरक्षित लौटाने की राज्य सरकार की कोशिशों के परिणाम मिलने लगे हैं। शनिवार को प्रदेश से गए चार अधिकारी हेलीकॉप्टर से गौरीकुंड में उतरे। इन अधिकारियों ने कुंड में फंसे प्रदेश के तीर्थयात्रियों को सड़क मार्ग से जोशी मठ लाना शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि सभी कलेक्टर अपने-अपने जिलों से उत्तराखंड गए तीर्थयात्रियों की जानकारी इकट्ठा करें। चौहान ने बैठक के दौरान हरिद्वार में व्यवस्थाओं का समन्वय कर रहे संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा से दूरभाष पर बात की। मुख्यमंत्री ने वर्षा की स्थिति को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में भी सुरक्षा प्रबंध करने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
बताया गया कि उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्र में रास्ते धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। बद्रीनाथ और जोशी मठ के बीच यात्रियों को लाने के लिए ट्रैक बनाया गया है। गौरीकुंड से 350 यात्री सहित प्राय: सभी नागरिकों को निकाला जा चुका है। हरिद्वार के शांतिकुंज में स्थापित प्रदेश के कैम्प में 500 यात्री पहुंचे हैं। हरसिल और सूखीटाप से यात्रियों को मथली लाया जा रहा है, जहां से वे सड़क मार्ग से जाएंगे।