इंदौर। भारतीय जनता पार्टी के मध्यप्रदेश इकाई ने भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री श्रेष्ठा जोशी को भाजपा उज्जैन के मंडल उपाध्यक्ष लाखन सिंह चौहान को गंदी गंदी गालियां देने के मामले में पद से हटा दिया है। दोनों के बीच हुई बातचीत का एक ऑडियो वायरल हुआ था।
उज्जैन के मंडल उपाध्यक्ष लाखनसिंह चौहान ने गत दिनों फेसबुक पर पोस्ट डाली थी जिस पर श्रेष्ठा ने कमेंट किया था। बाद में लाखन ने श्रेष्ठा पर कमेंट किया था। इस बात को लेकर वे नाराज थीं और लाखन को फोन कर सोशल मीडिया पर ही माफी मांगने के लिए दबाव बना रही थीं। लाखन द्वारा इससे इनकार करने पर तैश में आकर श्रेष्ठा ने फोन पर लाखन को अपशब्द कहे थे। बुधवार को दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत की चार ऑडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया था।
गुरुवार को प्रदेश भाजपा के कार्यालय मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह ने श्रेष्ठा जोशी, शहर भाजपा कार्यालय को पत्र भेजा जिसमें उन्होंने कहा कि श्रेष्ठा के वायरल ऑडियो से पार्टी की छवि धूमिल हुई है, इसलिए महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष लता एल्कर ने तत्काल प्रभाव से पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से उन्हें मुक्त कर दिया है। पत्र में सात दिन के भीतर श्रेष्ठा को अपना स्पष्टीकरण मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष उपस्थित होकर देने को कहा गया है। ऐसा नहीं करने पर पार्टी श्रेष्ठा का निष्कासन भी कर सकती है। इस विवाद को लेकर श्रेष्ठा ने संगठन स्तर पर फिलहाल कोई बात नहीं की है। शहर अध्यक्ष गोपी नेमा ने कहा कि इस प्रकरण में उनके पास कोई शिकायत लेकर नहीं आया। कार्रवाई भी प्रदेश संगठन स्तर पर हुई है।
श्रेष्ठा को प्रदेश मंत्री पद से हटाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनके समर्थन में कुछ कार्यकर्ताओं ने अभियान चलाया। इसमें कहा गया कि संगठन ने एकपक्षीय कार्रवाई की है। श्रेष्ठा जोशी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के समय से संगठन में सक्रिय हैं और वे विभिन्न् पदों पर रह चुकी हैं। कई प्रदेश व केंद्र स्तर के नेताओं से वे जुडी हैं, लेकिन इस ऑडियोकांड के कारण अब उनका राजनीतिक नुकसान तय माना जा रहा है।
विवादित ऑडियो क्लिपिंग के मामले में पद से हटाई गईं भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री श्रेष्ठा जोशी के खिलाफ कांग्रेसियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। दलितों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने भाजपा नेत्री पर एट्रोसिटी एक्ट में प्रकरण दर्ज करने की मांग की है।
प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश सिंह यादव ने श्रेष्ठा के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत की है। वहीं, सचिव सूर्यवंशी कुरील समाज के पदाधिकारी तेजप्रकाश राणे ने भाजपा नेत्री के खिलाफ संभागायुक्त को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसियों ने मांग की है कि न केवल दलित समाज बल्कि डॉ. आंबेडकर को लेकर भी भाजपा नेत्री ने आपत्तिजनक टिप्पणी लिखी थी। मामले में प्रकरण दर्ज नहीं किया तो समाज के लोगों के साथ प्रदर्शन भी किया जाएगा।