ग्वालियर। मुन्नी बदनाम हुई और यारा जैसे बॉलीवुड के गाने गाकर प्रसिद्धि पाई ग्वालियर की ममता शर्मा ने कहा है कि वह ग्वालियर अपने शहर घर में आकर गाना गाकर बहुत ही खुश हैं। उन्होंने कहा कि कभी वह ग्वालियर में यूंही गाती थी और आज बॉलीवुड की अदाकारा होने के साथ ऊंचाईयां छूकर यहां आकर गाने से बहुत ही खुशी हुई है।
बीती रात ग्वालियर के एतिहासिक व्यापार मेले में अपना शो करने और आज ग्वालियर की प्रेस से मुखातिब होते हुए गायिका ममता शर्मा ने कहा कि फिल्मों और मंच पर गाना बहुत ही अलग होता है। बॉलीवुड में तो एक माहौल बनाया जाता है जो उनके अनुकूल होता है। लेकिन स्टेज पर कोई रीटेक और मिस्टेक नहीं चलती । स्टेज पर दोबारा भूल सुधारने का मौका नहीं होता। लेकिन स्टेज पर भीड के सामने गाना गाने से जो खुशी मिलती है वह कहीं भी नहीं मिलती। बीती रात जब गाना गाते समय भीड ने जब ममता शर्मा जिंदाबाद के नारे लगाये तब वह बहुत ही खुश थी उन्होंने कहा कि वह राजनीति में नहीं जा रही हैं।
उन्होने कहा कि उनका बॉलीवुड का गाना यारां फिल्म के साथ ही यूटयूब पर भी बहुत प्रसिद्ध हुआ है। इस गाने ने लगभग ४४ मिलियन लाइक्स और व्यूस मिले हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में वह एक जिले में कार्यक्रम के बाद वहां के कलेक्टर से मिलीं तो वह स्वयं बोले कि वह सुबह उठकर उनका यारां गीत सुनते हैं। उन्होंने इसे सुनकर काफी आनंद महसूस हुआ।
एक प्रश्न के उत्तर में ममता शर्मा ने कहा कि इन गीतों के साथ ही वह अब नई सीडी , भजन , सूफी गानों को ट्राय कर रहीं हैं। यह सब लोगों को सुकून देने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि वह गजल, सूफी वंदिश के साथ ही फ्यूजन भी ट्राय कर रहीं हैं। बॉलीवुड में प्रवेश के बारे में उन्होंने कहा कि वहां उनका सपना था जो पूरा हुआ । हां इसके लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया। लेकिन उनकी कोई ऐसी सिफारिश नहीं थी जिसके सहारे वह अपनी मंजिल तक पहुंच पाती , लेकिन उन्होंने अपने काम के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। नवोदित कलाकारों को प्रमोट करने के बारे में पूछे जाने पर ममता शर्मा ने कहा कि नवोदित कलाकारों को अपने पर विश्वास होना चाहिये ना कि किसी की कॉपी करना चाहिये। वह अपनी पहचान स्वयं बनायें तभी बॉलीवुड में भी सफल हो पायेंगे। ममता शर्मा ने कहा कि उन्होंने भी कई लोगों को प्रमोट किया है। उन्होंने बताया कि बॉलीवुड में लोग कह तो देते हैं लेकिन फिर या तो व्यस्तता के कारण आपका कॉल नहीं उठाते या फिर आपको नजरअंदाज भी कर देते हैं। लेकिन बॉलीवुड ने मेरी आवाज को सराहा और आज एक मुकाम मुझे दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें कई अवार्ड फिल्मों में मिले जिसका श्रेय वह अपनी मां और ग्वालियर को दूंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें जितना मिला उससे वह खुश हैं। फिल्मों में अभिनय के बारे में पूछे जाने पर ममता शर्मा ने कहा कि अभी ऐसा उनका कोई इरादा नहीं हैं उन्होंने कहा कि फिल्मों में अपने को किरदार में ढालना बहुत कठिन कार्य हैं वहां पर मैं नर्वस हो जाती हूं। रियाज के बारे में पूछे जाने पर ममता शर्मा ने कहा कि वह लगातार रियाज करती हैं वहीं इंग्लिश के लिए वह मुबारक खां उनके यहां टयूशन देने आते हैं।
सीएए के बारे में दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने के बारे में ममता शर्मा ने कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि वह अपनी राय पेज पर व्यक्त करती रहती हैं। लेकिन उन्होंने इसके साथ ही यह भी कहा कि वह युवाओं के साथ हैं। युवा सीएए के खिलाफ है।
ग्वालियर में स्वच्छता अभियान के बारे में पूछे जाने पर ममता शर्मा ने कहा कि ग्वालियर पहले से अब काफी स्वच्छ है और यहां के लोगों में भी जाग्रति आई है। उन्होंने कहा कि वह कई स्थानों पर घूमी वहां पर लोग कचरे को डस्टबिन में डालते नजर आये ।