ग्वालियर। मध्यप्रदेश के भिण्ड शहर में पुष्पगिरी विजेता आचार्य पुष्पदंत सागर जी महाराज के परम् शिष्य अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज, मुनि पियूष सागर महाराज, ऐलक पर्व सागर जी महाराज का नगर में 8 वर्षों बाद भव्य मंगल प्रवेश लश्कर रोड़ स्थित कीर्तिस्तंभ जैन मंदिर से होते हुये परेड चौराहा, सदर बाजार, बताशा बाजार स्थित ऋषभ सत्संग भवन में हुआ समाज के सामाजिक मंडलों ने आचार्य श्री के मांगलिक आगमन पर उनकी दीपों से आरती उतारी एवं नगर में विराजमान दयाऋषि सागर जी महाराज, मुनि विश्वसूर्य सागर जी महाराज के साथ भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने सकल जैन समाज के साथ आचार्य संघ की आगवानी करते हुये मॉडल स्कूल से पद विहार कराया।
इस अवसर पर आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने धर्म सभा में कहा भिण्ड के श्रद्धालूओं में विवेक कम लेकिन भक्ति अटूट है ज्ञान तो है लेकिन आचरण में नही आ रहा है। भगवान महावीर का मार्ग परमत्व का मार्ग है रास्ते में कुछ महिलाये तख्ती लेकर चल रही थी उस पर एक कुटेशन लिखा था कि हे मुनि तुम सबको देना पर अपनी समता मत खोना। आचार्य सन्मति सागर महाराज ने कहा था कि अच्छे साधक की साधना में समता नही आई तो वह सब बेकार है।
आचार्य श्री ने कहा सन् 1993 से पहले और आज के भिण्ड मंे बहुत अन्तर है पहले माता पिता ज्यादा बच्चे कम थे लेकिन अब बच्चे ज्यादा माता पिता कम है बच्चों की भक्ति देखकर गदगद हो जाता हॅू उन्होनें कहा कि संसार में सबसे सुन्दर कोई चीज है वह आत्मा है यही कारण है कोई भी मरना नही चाहता चाहे कोई भी गति का जीव हो वह भी मरना नही चाहता।
मंच पर विराजमान मुनि पियूष सागर महाराज ने कहा कि भिण्ड नगरी में ऐसा लग रहा है जैसे अयोध्या नगरी में राम आये थे तब वहां ऐसा ही उत्साह होगा जगह जगह सवागत द्वार यहां की भक्ति व्यवस्था को देखकर लगता है कि देश के सभी लोगों को यहां से प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर जगदीश जैन, राजेन्द्र जैन, वीरेन्द्र जैन एडवोकेट, मुकेश जैन, सुरेन्द्र जैन, कमलेश जैन तांतरी, महेन्द्र जैन, राकेश जैन, अंकित जैन, संजू जैन, रिंकू जैन, अशोक जैन महामाया, विनोद जैन, मनोज जैन, सुनील जैन, विवेक जैन, नीरज जैन, स्नेहलता जैन, संगीता पवैया, रेखा जैन, रैनू जैन, निशा जैन, सीमा जैन, गीता जैन, ममता जैन, निधि जैन, अल्का जैन, मोतीरानी जैन एवं समाज के महिला, पुरूष एवं बच्चे बढ़ी संख्या में उपस्थित थे।
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