इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर थाने में बैठा 60 आपराधिक मामलों में लिप्त शातिर ठग। दो पुलिस आरक्षक और एक अन्य उसकी खिदमत करने में कोई कसर नहीं छोड रहे हैं। समय-समय पर चाय-नाश्ता मुहैया करवाया जा रहा है। जब मन तब इंटरनेट और मोबाइल चलाता है। खाने के बाद सिगरेट भी पीता है, वह भी थानेदार के बगल में बैठकर। यह नजारा इंदौर के परदेशीपुरा थाने का है और ठग का नाम है सुरेश उर्फ भेरिया भंवरलाल घांची। मूलतः पाली (राजस्थान) निवासी भेरिया मजिस्ट्रेट, विधायक, पुलिस अधीक्षक बनकर राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश के 25 जिलों में लाखों रुपए ठग चुका है। उसे 13 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने विधायक आकाश विजयवर्गीय की शिकायत पर राजस्थान से पकडा था। वह इंदौर एसपी (पूर्व) मोहम्मद यूसुफ कुरैशी बनकर भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय से 10 लाख रुपए मांग रहा था। इस वक्त भेरिया परदेशीपुरा थाने में पुलिस रिमांड पर है। लेकिन यहां वह वीआईपी की तरह रहता है। हवालात के बजाय थाने में घूमता है। कुलकर्णी का भट्टा में रहने वाला प्रकाश मालवीय होटलों का खाना खिलाता है। दो सिपाही ऐसे हैं जिनके फोन से दोस्त, गवाह, वकील व पत्नी से बातें करता है।
राजस्थान में मिस्टर नटवरलाल के नाम से कुख्यात है। वह जिस अधिकारी से मिलता है उसकी आवाज निकाल लेता है। एक बार उसने पाली जेल अधीक्षक के नाम से छह लाख ठग लिए थे। उस वक्त भेरिया उसी जेल में निरुद्ध था। बंदियों से मुलाकात के दौरान अधीक्षक से मिला और उनकी आवाज निकाल एक व्यक्ति से खाते में रुपए जमा करवा लिए।
इंदौर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विवेक शर्मा ने बताया कि थाने में आरोपी का सिगरेट पीना घोर आपत्तिजनक है। आरोपी सिर्फ कैदी खुराक ही खा सकता है। तलाशी के बाद ही उसे लॉकअप में रखा जाता है। थाने में सिगरेट पिलाने के मामले में कार्रवाई की जाएगी।