लखनऊ। दिल्ली की तिहाड़ जेल ने निर्भया गैंगरेप और हत्या के दोषियों को फांसी देने के लिए उत्तरप्रदेश के जल्लाद को बुलाया है। उत्तरप्रदेश के जेल महानिदेशक आनंद ने बताया कि तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने हत्यारों को फांसी देने के लिए जल्लाद पवन की सेवाओं का अनुरोध किया है। बताते चलें कि चारों दोषियों को फांसी देने के लिए एक फरवरी की तारीख तय की गई है।
चारों अपराधी विनय, अक्षय, पवन और मुकेश को निर्भया के साथ बर्बर तरीके के दुष्कर्म करने और उसकी नृशंस हत्या का दोषी ठहराया गया था। चारों दोषियों ने 16-17 दिसंबर 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया के साथ दुष्कर्म कर उसे गंभीर हालत में मरने के लिए सड़क के किनारे फेंक दिया था। उसे बचाने के लिए डॉक्टरों ने हर संभव कोशिश की थी, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका था।
आनंद कुमार ने कहा कि पवन को 31 जनवरी और 1 फरवरी को तिहाड़ जेल भेजने की मांग की गई है। मेरठ के जल्लाद पवन ने पहले भी कहा था कि वह निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में चार दोषियों को फांसी देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि निर्भया के माता-पिता और देश में बाकी सभी लोगों को इन चारों दरिंदों को फांसी देने से बहुत राहत मिलेगी। इस तरह के लोगों को फांसी की सजा ही दी जानी चाहिए।
दिल्ली की एक अदालत ने पिछले हफ्ते निर्भया बलात्कार मामले में चार को मौत की सजा के दोषियों के खिलाफ एक ताजा मौत का वारंट जारी किया है। इस डेथ वॉरेंट के अनुसार, एक फरवरी की सुबह छह बजे चारों को फांसी दी जानी है।
बताते चलें कि इस मामले में जिस तरह से राजनीति हो रही है और दोषियों को फांसी की सजा से बचाया जा रहा है, उससे निर्भया की मां आशा देवी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि दरिंदों की फांसी में देरी हो रही है। उन्होंने रोते हुए कहा, लगता है कि हमें सजा दी जा रही है। उन्होंने इसके लिए दिल्ली सरकार और कोर्ट को दोषी माना।